आपका बैंक आपको उस हर चेक के बारे में एसएमएस भेजेगा जो आपने जमा किया है या दूसरे के खाते में डाला है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इसे अनिवार्य बना दिया है.
इस व्यवस्था के तहत जैसे ही आपके द्वारा डाला गया चेक बैंक में जमा होगा, आपको अलर्ट करने वाला एक एसएमएस आएगा फिर चेक के क्लियर होते ही एक और एसएमएस आएगा. इसी तरह जिसने आपको चेक दिया है उसे भी एक अलर्ट एसएमएस आएगा. रिजर्व बैंक का कहना है कि बैंकों में बढ़ते फ्रॉड को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है. इससे खाताधारकों को पता चल जाएगा कि उसके नाम से कटा एक चेक कहीं जमा हुआ है. अगर उसने यह चेक नहीं दिया है तो वह तुरंत कार्रवाई कर सकता है.
रिजर्व बैंक का कहना है कि अगर खाताधारक को समय पर पता चल जाए तो फ्रॉड नहीं हो सकता. चेक के हैंडलिंग और प्रॉसेसिंग के दौरान अगर ग्राहक को अलर्ट भेज दिया जाए तो कई धोखाधड़ी नहीं हो सकता. पहले सिर्फ क्रेडिट या डेबिट कार्ड धारक के लिए ही यह लागू था. अभी कुछ बैंक यह सुविधा दे रहे हैं, जिनमें एचडीएफसी भी है. यह बैंक ग्राहकों को इस तरह के अलर्ट भेजता है और इसके लिए हर तिमाही 17 रुपये चार्ज करता है.
यही नहीं, रिजर्व बैंक ने हर चेक की जांच के लिए यह अनिवार्य कर दिया है कि दो लाख रुपए से ऊपर के सभी चेकों को अल्ट्रा वॉयलेट लैंप से स्कैन किया जाए. 5 लाख रुपये से अधिक के चेक को कई स्तरों पर जांचा जाए. इससे फ्रॉड की संभावना कम हो जाएगी.