अगली मौद्रिक नीति में महंगाई को मुख्य मुद्दा बताकर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर रघुराम राजन ने रेपो रेट फिर से बढ़ाने के संकेत दे दिए हैं. यानी ब्याज दर फिर से बढ़ने वाली है और साथ ही आपकी ईएमआई भी.
राजन ने कहा है कि कीमतों की स्थिति अर्थव्यवस्था के लिए एक चिंता का कारण है. साधारण मौद्रिक नीति महंगाई को कम करने पर केंद्रित होगी.
आरबीआई की मौद्रिक नीति की तिमाही समीक्षा 29 अक्टूबर को होने वाली है.
आरबीआई शीघ्र ही विदेशी बैंकों के देश में कारोबार करने के बारे में नए नियमों को सामने लाने वाला है. राजन ने कहा है कि इनमें विदेशी बैंकों को भारतीय बैंकों का अधिग्रहण करने की अनुमति भी दी जा सकती है.
इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल फाइनेंस के एक समारोह में शनिवार को उन्होंने कहा, ' यह एक बड़ी शुरुआत होगी क्योंकि कोई भारतीय बैंकों को अधिग्रहीत करने का भी सोच सकता है.'
उन्होंने कहा कि इस बारे में अगले दो हफ्तों में ब्योरा सामने आएगा. राजन ने कहा कि विदेशी बैंकों को भारत में विस्तार करने के अधिक अवसर मिलेंगे. वर्तमान समय में विदेशी बैंक अपने विदेशी संस्था के द्वारा ही संचालित होते हैं और देश में उनकी शाखाओं की संख्या पर प्रतिबंध हैं.