अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की सख्त मौद्रिक नीति का समर्थन करते हुए कहा है कि देश में पांच फीसदी की महंगाई दर अब भी ज्यादा है. IMF की तरफ से यह बयान ऐसे वक्त पर आया है, जब IMF प्रमुख क्रिस्टीन लैगार्डे सोमवार से दो दिन के भारत दौरे पर हैं.
IMF के सहायक निदेशक पॉल कशिन ने कहा, 'हाल की अवधि में भारत की मौद्रिक नीति सख्त रही है. हमने हाल के सालों में महंगाई दर में बड़ी गिरावट देखी है. महंगाई दर 2013 के आखिर में 11 फीसदी से घट कर लगभग पांच फीसदी पर आ गई है.'
IMF के एशिया एवं प्रशांत विभाग में सहायक निदेशक कशिन ने कहा, 'इसके बावजूद, देश की पांच फीसदी महंगाई दर बहुत ज्यादा है लेकिन उम्मीदें भी बहुत ज्यादा हैं. इसलिए हमने सुझाव दिया है कि RBI को इस दिशा में सख्त रुख बनाए रखना चाहिए.'
IMF का मानना है कि देश की वास्तविक ब्याज दरें सकारात्मक रखी जाएंगी और सरकार खाद्य महंगाई दर घटाने, खाद्यान्न भंडार को जनता के लिए जारी करने और कृषि उत्पादों के समर्थन मूल्यों को घटाने की दिशा में कदम उठाएगी. IMF के मुताबिक, 'तेल की कीमतों में गिरावट से महंगाई दर कम करने में भारत जैसे देश को काफी मदद मिली है. हम निश्चिंत हैं कि अगर यह रुख कायम रहा तो आगे चलकर देश की महंगाई दर यकीनन और कम होगी.'
IMF प्रमुख क्रिस्टीन लैगार्डे अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली और RBI के गवर्नर रघुराम राजन से मुलाकात करने वाली हैं. वह दिल्ली के लेडी श्री राम कॉलेज ऑफ में एक स्पीच भी देंगी. इसके साथ ही मंगलवार को आरबीआई के मुंबई में आयोजित एक सार्वजनिक समारोह में भी वह हिस्सा लेंगी. इसके बाद लैगार्डे चीन के अपने पांच दिवसीय दौरे पर रवाना हो जाएंगी.