दूरसंचार कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस ने 11 सर्किलों में 800/850 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम जीते हैं. इनमें से कुछ नए हैं और कुछ पुराने का नवीनीकरण है.
कंपनी ने शुक्रवार को जारी अपने बयान में कहा कि नए स्पेक्ट्रम अधिग्रहण का मकसद देश भर में पांच मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम हासिल करना है, जिसकी सीमाएं एक-दूसरे से जुड़ी हुई हों.
कंपनी ने बयान में कहा है, 'रिलायंस कम्युनिकेशंस का संचालन अब देश भर में सबसे किफायती मूल्य पर अत्याधुनिक लांग टर्म इवोल्यूशन (एलटीई) के लिए सभी सर्किलों में भविष्य के लिए निष्कंटक हो गया है.'
कंपनी ने कहा, 'कंपनी ने अपने कुल खर्च का 50 फीसदी हिस्सा 800/850 मेगाहर्ट्ज बैंड पर किया है.'
केंद्रीय संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को कहा कि रिलायंस कम्युनिकेशंस ने ताजा नीलामी में 4,299 करोड़ रुपये की बोली लगाई है. कंपनी को 1,106 करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान करना होगा.
कंपनी ने मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में भी 900 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम और ओडिशा तथा पूर्वोत्तर में 1800 मेगाहट्र्ज स्पेक्ट्रम खरीदे हैं.
कंपनी के 2जी स्पेक्ट्रम वाले सात सर्किलों में स्पेक्ट्रम की वैधता अवधि पूरी होने वाली थी, जिसमें से चार में उसने फिर से 900 और 1800 बैंड में स्पेक्ट्रम हासिल कर लिया है.