मोदी सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के बीच टकराव के बीच गवर्नर उर्जित पटेल ने तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है. उर्जित पटेल ने अपने बयान में कहा है कि वो निजी कारणों से इस्तीफा दे रहे हैं. पटेल ने कहा कि यह उनके लिए बड़े सम्मान की बात थी कि वह इतने वर्षों तक आरबीआई के साथ अनेक भूमिकाओं में रहे.
गौरतलब है कि हाल ही में केन्द्रीय बैंक गवर्नर और केन्द्र सरकार में स्वायत्तता को लेकर विवाद खड़ा हुआ था. हालांकि इस विवाद के बाद आरबीआई की ओर से केन्द्र सरकार में बयान दिया गया था कि उसके और केन्द्र सरकार के बीच स्वायत्तता को लेकर कोई विवाद नहीं हैं.
वहीं खबरों के मुताबिक केन्द्र सरकार और आरबीआई के विवाद के बीच केन्द्र सरकार द्वारा आरबीआई के खजाने में पड़े सिक्योरिटी डिपॉजिट को लेकर था. रिपोर्ट के मुताबिक केन्द्र सरकार केन्द्रीय रिजर्व से अधिक अंश की मांग कर रहा था.
हालांकि इस मौके पर पीएम मोदी ने उर्जित पटेल की तारीफ में दो सिलसिलेवार ट्वीट किए. उन्होंने पहले ट्वीट में कहा, 'डॉ. उर्जित पटेल उच्च क्षमता के अर्थशास्त्री है, जिनकों आर्थिक विषयों से जुड़े सूक्ष्म मुद्दों की गहरी समझ है. उन्होंने बैंकिंग सिस्टम को अराजकता से बाहर निकाला और अनुशासन सुनिश्चित किया. उनके नेतृत्व में आरबीआई ने वित्तीय स्थिरता कायम की.'
Dr Urjit Patel is an economist of a very high calibre with a deep and insightful understanding of macro-economic issues. He steered the banking system from chaos to order and ensured discipline. Under his leadership, the RBI brought financial stability.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 10, 2018
पीएम मोदी ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा, 'डॉ. उर्जित पटेल पूरी तरह से ईमानदार और पेशेवर हैं. वो करीब 6 साल तक भारतीय रिजर्व बैंक में डिप्टी गवर्नर और गवर्नर के रूप में कार्यरत रहे. उन्होंने अपने पीछे महान विरासत छोड़ी. हम उनको बहुत याद करेंगे.'
Dr. Urjit Patel is a thorough professional with impeccable integrity. He has been in the Reserve Bank of India for about 6 years as Deputy Governor and Governor. He leaves behind a great legacy. We will miss him immensely.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 10, 2018
वहीं, कांग्रेस ने उर्जित पटेल के इस्तीफे को लेकर मोदी सरकार को घेरा है. संसद के शीतकालीन सत्र से पहले विपक्षी दलों की महाबैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, 'आरबीआई गवर्नर ने इसलिए पद छोड़ा, क्योंकि वे सरकार के साथ काम करना नहीं चाहते थे.'
इसके साथ ही मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा, 'जिस तरह आरबीआई के गवर्नर को इस्तीफा देने के लिए फोर्स किया गया, वो भारत की मौद्रिक और बैंकिंग सिस्टम में दाग है. बीजेपी सरकार ने वित्तीय आपातकाल को उजागर किया है. अब देश की प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता दांव पर है.'
The manner in which the RBI governor has been forced to quit is a blot on India’s monetary & banking system
BJP Government has unleashed a a defacto financial emergency
The country’s reputation and credibility is now at stake
— Ahmed Patel (@ahmedpatel) December 10, 2018
पटेल ने कहा कि पिछले 70 वर्षों में जिन संस्थाओं को बेहद सावधानी से बनाया और स्थापित किया गया, उनको अब अपंग बनाया जा रहा है. कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा कि आरबीआई गवर्नर का इस्तीफा दर्शाता है कि मोदी सरकार कैसे एक और संस्थान को पूरी तरह बर्बाद कर रही है. आरबीआई में सरकार के ज्यादा दखल की खबरें थीं, लेकिन उर्जित पटेल ने देश की अर्थव्यवस्था के हित में ऐसा नहीं करने दिया था.
इसके अलावा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने उर्जित पटेल के इस्तीफे को बेहद हैरान करने वाला बताया है. उन्होंने कहा कि सीबीआई से लेकर आरबीआई तक सभी संस्थान पूरी तरह से डिजास्टर्स बन गए हैं. यह मामला बेहद हैरान कर देने वाला है.
आपको बता दें कि पटेल आरबीआई के 24वें गवर्नर थे. उन्हें सितंबर 2016 में तीन साल के लिए इस पद पर गवर्नर नियुक्त किया गया था. उन्होंने रघुराम राजन की जगह ली थी.