बीते 30 जुलाई को दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो के मालिक अजीम प्रेमजी एग्जीक्यूटिव चेयरमैन और प्रबंध निदेशक के पद से रिटायर हो गए. अजीम प्रेमजी के रिटायरमेंट के बाद करीब 1.60 लाख करोड़ की कंपनी विप्रो की कमान उनके बेटे रिशद ने संभाल ली है. रिशद अगले 5 सालों तक विप्रो के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन और प्रबंध निदेशक बने रहेंगे. हालांकि इस दौरान अजीम प्रेमजी विप्रो के नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और फाउंडर चेयरमैन के तौर पर जुड़े रहेंगे.
कौन है रिशद
रिशद की सबसे पहली पहचान अजीम प्रेमजी के बेटे के तौर पर है. रिशद ने हावर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए और अमेरिका के वेस्लेयन यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है. इसके साथ ही रिशद ने लंदन के स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से भी स्पेशल कोर्स किया है.
2007 में विप्रो से जुड़े
रिशद साल 2007 में विप्रो से जुड़े थे. यहां उन्होंने इन्वेस्टर रिलेशन और कॉरपोरेट अफेयर्स से जुड़े काम की शुरुआत की. विप्रो में जुड़ने से पहले वो बेव कंपनी लंदन में काम करते थे. इसके अलावा रिशद ने जीई कैपिटल के साथ भी काम किया है. रिशद विप्रो की तरफ से चलाए जा रहे सामाजिक और शिक्षा से जुड़े कामों को भी देखते रहे हैं. यहां बता दें कि वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने साल 2014 में रिशद को यंग ग्लोबल लीडर के तौर पर सम्मानित किया था. रिशद आईटी कंपनियों के संगठन नैस्कॉम (NASSCOM) के चेयरमैन भी रहे हैं.
विप्रो की मार्केट वैल्यू
रिशद अब जिस कंपनी विप्रो को संभाल रहे हैं उसकी मार्केट वैल्यू 1.60 लाख करोड़ रुपये से अधिक है. बता दें कि विप्रो देश की तीसरी बड़ी आईटी कंपनी है. इस कंपनी के दुनियाभर में 1 लाख 30 हजार कर्मचारी हैं और इसकी 54 देशों में शाखाएं हैं. विप्रो का मुख्यालय बेंगलुरु में स्थित है.