भारतीय अर्थव्यवस्था के लिहाज से गुरुवार का दिन अब तक अच्छे संकेत दे रहा है. शेयर बाजार नए आरबीआई गवर्नर का स्वागत करता नजर आ रहा है. शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है. रुपये में भी मजबूती देखी जा रही है.
हरे निशान में सेंसेक्स व निफ्टी
गुरुवार को शुरुआती कारोबार के दौरान सेंसेक्स करीब 500 अंक ऊपर चढ़ गया. जो दोपहर 1 बजे 405.71 अंकों की बढ़त के साथ 18973.26 के आंकड़े तक पहुंच गया. इस समय तक निफ्टी भी 140.15 अंक चढ़कर 5588.25 पर चला गया. दोनों ही सूचकांक इसके बाद भी लगातार 'हरे निशान' में बने हुए हैं.
डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती
डॉलर के मुकाबले रुपये में 1 रुपये से ज्यादा की मजबूती देखी जा रही है. 1 डॉलर की कीमत 65.99 रुपये तक पहुंच गई है. उम्मीद की जा रही है कि आरबीआई द्वारा सुधार के उपाय किए जाने के बाद रुपया धीरे-धीरे और भी मजबूत होगा.
गौरतलब है कि 4 सितंबर को ही रघुराम राजन ने आरबीआई के नए गवर्नर का कार्यभार संभाला है. उनके काम संभालने के बाद बाजार की उम्मीदें काफी बढ़ी नजर आ रही हैं.
राजन ने किया था सुधार के लिए साहसिक कदम का वादा
रघुराम राजन ने बुधवार को पदभार ग्रहण करने के बाद देश की मौजूदा गोता खा रही अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए साहसिक कदम उठाने एवं आरबीआई की नीतियों को भविष्योन्मुखी बनाने का वादा किया. राजन ने भारतीय अर्थव्यवस्था की बुनियाद को मजबूत बताया और कहा कि देश की अर्थव्यवस्था के लिए वर्तमान दौर चुनौतीपूर्ण जरूर है, लेकिन इसे संकटपूर्ण स्थिति नहीं कहा जा सकता तथा देश की अर्थव्यवस्था में मौजूदा उथल-पुथल का दौर अपने आखिरी चरण में है.
राजन ने कहा, 'हमें अनावश्यक रूप से आशावादी बनने की जरूरत नहीं है. लेकिन जितनी उथल-पुथल होनी थी हो चुकी. हमें वैश्विक वित्तीय बाजार में आए तूफान के बीच भविष्य के लिए रास्ता बनाने की जरूरत है. मुझे दृढ़ विश्वास है कि हम ऐसा करने में कामयाब होंगे.'
राजन ने आगे कहा, 'जब वित्तीय बाजार अस्थिर है, और निकट आम चुनावों के कारण घरेलू राजनीतिक अस्थिरता की स्थिति भी बनी हुई है, ऐसी स्थिति में आरबीआई अपने उद्देश्यों के अनुरूप उम्मीद का किरण बना हुआ है.'
राजन ने आरबीआई की नीतियों की अगली समीक्षा की घोषणा 20 सितंबर को करने की बात बताते हुए कहा, 'मैंने नीतियों की घोषणा की पूर्व निर्धारित तिथि को थोड़ा आगे बढ़ा दिया है, ताकि इस बीच मुझे संबंधित विषय को समझने एवं विचार करने के लिए पर्याप्त समय मिल जाए.'
राजन ने बताया कि आरबीआई अगले वर्ष जनवरी से नए बैंकिंग लाइसेंस जारी करेगा. गौरतलब है कि अभी करीब 26 कंपनियां बैंक लाइसेंस चाहती हैं, जिसमें टाटा संस, एल एंड टी, रिलायंस ग्रुप, आदित्य बिड़ला नूवो, बजाज, श्रीराम एंड रेलिगेयर जैसे देश के बड़े औद्योगिक घराने भी शामिल हैं. एक जुलाई तक बैंकिंग लाइसेंस के लिए आवेदन किए जाने थे.