रुपये में गिरावट का सिलसिला जारी है. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले गुरुवार को रुपया 64 से भी नीचे फिसल गया और दोपहर के कारोबार के दौरान 64.25 तक लुढ़क गया. रुपये का यह स्तर सितंबर 2013 के बाद सबसे नीचा स्तर है.
आयातकों और डॉलर की लगातार डॉलर की मांग से भारतीय रुपये पर दबाव बना रहा. विदेशी निवेशकों की ओर से कोष की निकासी होने और संसद में अहम आर्थिक सुधारों से जुड़े विधेयकों के पारित होने में लगातार देरी की वजह से रुपया 20 महीने के निम्न स्तर पर आ गया.
कारोबार की शुरुआत में रुपया 63.75 रुपये पर कमजोर खुला और कारोबार के दौरान यह और गिरकर 64 से भी नीचे खिसकता हुआ 64.25 रुपये तक आ गया.
(इनपुट: भाषा)