इस कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन रुपये ने गिरावट के साथ कारोबार की शुरुआत की है. शुक्रवार को रुपये ने डॉलर के मुकाबले 73.65 के स्तर पर शुरुआत की. हालांकि इसमें कारोबार के दौरान गिरावट बढ़ गई और यह ऐतिहासिक गिरावट के स्तर पर पहुंच गया है.
रुपये में जारी गिरावट ने एक नया रिकॉर्ड बना लिया है. गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया पहली बार 74 के पार पहुंच गया है.
भारतीय रिजर्व बैंक जिस दौरान रेपो रेट की घोषणा कर रहा है, उसी दौरान रुपया 74 के पार पहुंच गया है. इसने एक डॉलर के मुकाबले 74.10 का आंकड़ा छू लिया है.
इससे पहले गुरुवार को रुपया एक डॉलर के मुकाबले गिरावट के साथ बंद हुआ. यह 73.58 प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ. गुरुवार को रुपये ने ऐतिहासिक गिरावट का स्तर छुआ था. यह डॉलर के सामने 73.81 के स्तर पर पहुंच गया था.
इससे पहले बुधवार को पहली बार रुपये ने 73 रुपये प्रति डॉलर का आंकड़ा पार किया. बुधवार के बाद से ही रुपया लगातार 73 के पार बना हुआ है. सरकार की तरफ से कई कदम उठाए जाने के बावजूद रुपये में मजबूती आती नहीं दिख रही है.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है. इस बढ़त के साथ ही डॉलर भी लगातार मजबूत हो रहा है. इसके साथ ही इटली आर्थिक संकट के चलते भी स्थिति बिगड़ी है.
शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो रेट को लेकर फैसला होना है. इस बैठक में रुपये और ईंधन की बढ़ती कीमतों को लेकर विचार किया जा रहा है.
विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय रिजर्व बैंक इस बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेगा. इस बढ़ोतरी की आशंका गिरते रुपये और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों की वजह से जताई जा रही है.