आयातकों की ओर से अमेरिकी मुद्रा की लिवाली बढ़ने के चलते गुरुवार सुबह के कारोबार में भारतीय रुपया 18 पैसे टूटकर 65.13 पर आ गया. कारोबारियों ने कहा कि वैश्विक मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में मजबूती के कारण रुपये का रुख प्रभावित हुआ और रुपये में ये कमजोरी देखने को मिली. इसके साथ ही रुपया फिर से एक बार 65 के पास चला गया.
उन्होंने कहा कि आयातकों की ओर से डॉलर की ताजा मांग के कारण भी रुपया फिसला लेकिन इक्विटी बाजार में शुरुआती मजबूती से घरेलू मुद्रा में गिरावट दर्ज हुई. बुधवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 46 पैसे चढ़कर आठ सप्ताह के उच्चतम स्तर 64.95 पर बंद हुआ था. इस बीच सेंसेक्स 84.26 अंक या 0.31 प्रतिशत चढ़कर 27,120.11 पर कारोबार कर रहा था.