भारतीय रुपया हफ्ते के पहले दिन सोमवार को भारी गिरावट के साथ 67 रुपये के पार चला गया है. डॉलर के मुकाबले रुपया 21 पैसे टूटकर 67.09 के स्तर पर खुला है, जो 2 साल का सबसे निचला स्तर है.
ऐसा मुख्य तौर पर आयातकों और कुछ बैंकों की ओर से डॉलर की मांग बढ़ने और घरेलू बाजार में नरमी के मद्देनजर हुआ है. कारोबारियों ने कहा कि कुछ विदेशी मुद्रा के मुकाबले डॉलर की तेजी के अलावा सतत पूंजी प्रवाह से रुपये पर असर पड़ा.
शुक्रवार को आयातकों की डॉलर की ताजा मांग और अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने की मजबूत संभावनाओं के बीच विदेशी संस्थागत निवेशों के स्थानीय बाजार से पूंजी निकालने का सिलसिला बढ़ने से रुपये पर दबाव था जिसके चलते रुपया 17 पैसे टूट कर 66.88 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ. यह दो साल का निम्नतम स्तर था.