SBI education loan: भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) ने विदेशी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में पढ़ने के लिए 1.5 करोड़ रुपये तक का एजुकेशन लोन दे रहा है. यह स्कॉलरशिप उन स्टूडेंट्स के लिए होगी, जो किसी विदेशी यूनिवर्सिटी या कॉलेज में फुट टाइम कोर्स करना चाहते हैं. एसबीआई ने इसके लिए Global Ed-Vantage लोन की शुरुआत की है.
इसके तहत अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूरोप, जापान, सिंगापुर, हॉन्गकांग और न्यूजीलैंड में रेगुलर ग्रेजुएट डिग्री, पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री, डिप्लोमा, सर्टिफिकेट या डॉक्टरेट कोर्सेज में एडमिशन पाने वाले स्टूडेंट लोन ले सकेंगे.
क्या होगी ब्याज दर
इसके तहत स्टूडेंट्स को 7.5 लाख से लेकर 1.5 करोड़ रुपये तक का लोन दिया जाएगा. इस लोन पर 8.65 फीसदी का ब्याज लिया जाएगा और महिलाओं के लिए ब्याज दर में आधा फीसदी की रियायत होगी.
कब चुकाना होगा
एसबीआई के इस लोन का रीपेमेंट यानी ईएमआई भुगतान कोर्स पूरा होने के छह महीने बाद से शुरू होगा. यानी स्टूडेंट्स को छह महीने का समय मिलेगा. इस बीच वे नौकरी खोज सकते हैं और नौकरी पाने के बाद ईएमआई चुका सकते हैं. भुगतान अधिकतम 15 साल में किया जा सकता है.
क्या- क्या कवर होंगे लोन में
इस लोन के तहत स्टूडेंट्स का ट्रैवल खर्च, ट्यूशन फीस, एग्जाम/लाइब्रेर/लैब फीस, किताब/इक्वपमेंट/इंस्ट्रुमेंट/यूनीफॉर्म/कंप्यूटर फीस, प्रोजेक्टवर्क/थीसिस/ स्टडी टूर जैसी अतिरिक्त जरूरतों पर खर्च (जो कुल ट्यूशन फीस के 20 फीसदी से ज्यादा न हो)और कॉशन मनी/बिल्डिंग फंड/रीफंडेबल डिपॉजिट (जो कुल ट्यूशन फीस के 10 फीसदी से ज्यादा न हो) आदि को इस लोन के तहत कवर किया जाता है. इस लोन को स्टूडेंट के I-20/visa जारी होने से पहले ही मंजूर कर दिया जाता है और इस पर आयकर की धारा 80(E) के तहत टैक्स छूट भी मिलती है.
(www.businesstoday.in के इनपुट पर आधारित)