'फोर्ब्स' पत्रिका के ताजा अंक में वार्षिक आधार पर जारी की गई दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों की लिस्ट में भारत की 11 कंपनियों को शामिल किया गया है. इस लिस्ट में लगातार दूसरे साल टॉप 10 में चीन की पांच कंपनियां हैं.
भारतीय स्टेट बैंक को इस सूची में 152वां स्थान दिया गया है, जो भारतीय कंपनियों में शीर्ष पर है. इसके बाद इंडियन ऑयल (349) दूसरे और कोल इंडिया (490) तीसरे नंबर की भारतीय कंपनी है.
फोर्ब्स की '13वीं वार्षिक वैश्विक-2000' लिस्ट में शामिल अन्य भारतीय कंपनियों में पावरग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (980), बैंक ऑफ इंडिया (982), गेल (इंडिया) लिमिटेड (1,018), स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (1,383), यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (1,432), सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (1,663), इंडियन ओवरसीज बैंक (1,711) और इंडियन बैंक (1,894) हैं.
फोर्ब्स ने बिक्री, आय, संपत्ति और बाजार मूल्य के आधार पर यह सूची तैयार की है. इस सूची में शामिल दुनिया की 2000 कंपनियों का 2015 में कुल राजस्व 39,000 अरब डॉलर, कुल आय 3,000 अरब डॉलर, कुल संपत्ति 162,000 अरब डॉलर तथा कुल बाजार मूल्य 48,000 अरब डॉलर रहा. इन कंपनियों के बाजार मूल्य में वर्ष-दर-वर्ष नौ फीसदी का इजाफा हुआ है.
स्टॉक मार्केट में तेजी और निवेशकों के बीच तगड़ी मांग और वैश्विक आईपीओ क्षेत्र में आई तेजी के चलते इस सूची में इस वर्ष 20 नई कंपनियों ने प्रवेश किया है.
एशियाई कंपनियां खास तौर पर पूंजी जुटाने में अव्वल रहीं, जैसे चीन की ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा जो अब दुनिया की सबसे बड़ी आईपीओ है.
लिस्ट में वृद्धि करने वाली कंपनियों में फेसबुक, अमेरिकन एयरलाइंस, स्टारबक्स और मॉन्स्टर बेवरेज रहीं. फेसबुक ने 200 स्थानों की छलांग लगाई है.
अलग-अलग देशों के हिसाब से देखें, तो अमेरिका 579 कंपनियों के साथ शीर्ष पर, जबकि चीन 232 कंपनियों के साथ दूसरे, जापान 218 कंपनियों के साथ तीसरे, ब्रिटेन 94 कंपनियों के साथ चौथे और दक्षिण कोरिया 66 कंपनियों के साथ पांचवें पायदान पर है.