भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का मुनाफा मार्च, 2015 में समाप्त चौथी तिमाही के दौरान 23 फीसदी बढ़कर 3,742.02 करोड़ रुपये रहा. देश के सबसे बड़े बैंक ने पिछले साल की इसी तिमाही में 3,040.74 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था.
एसबीआई की अध्यक्ष अरंधती भट्टाचार्य ने तिमाही नतीजे की घोषणा करते हुए कहा कि समीक्षाधीन अवधि में बैंक की कुल आय भी बढ़कर 48,616.41 करोड़ रुपये रही, जो इससे पिछले साल की इसी तिमाही में 42,443.27 करोड़ रुपये थी. बैंक ने मार्च में समाप्त वित्त वर्ष के लिए 350 प्रतिशत या 3.50 रपये प्रति शेयर के लाभांश की भी सिफारिश की.
वित्त वर्ष 2014-15 की जनवरी से मार्च की तिमाही में बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता सुधरी और शुद्ध एनपीए घटकर कुल लोन के 2.12 फीसदी के बराबर रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 2.57 फीसदी था. भट्टाचार्य ने कहा, ‘हम अपना तुलनपत्र ठीक करने और सुधार की ओर बढ़ रहे हैं.' साथ ही सकल एनपीए भी घटकर 4.25 फीसदी रहा, जो मार्च 2014 में समाप्त तिमाही के दौरान 4.95 फीसदी था.
इनपुट भाषा