देश का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अपने एटीएम इस्तेमाल करने वालों ग्राहकों से शुल्क लेना चाहता है. बैंक के पास देश में सबसे ज्यादा एटीएम हैं.
उसने यह भी कहा है कि एटीएम नेटवर्क के विस्तार के लिए वाणिज्यिक तौर पर चलने वाला मॉडल चाहिए, यानी उसमें घाटा नहीं होना चाहिए.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की चेयरपर्सन अरुंधती भट्टाचार्य ने एक इंटरव्यू में कहा कि आप कुछ भी सर्विस दें उसमें फायदा होना चाहिए. हमें वाणिज्यिक तौर पर चलने वाला मॉडल चाहिए, हम हर महीने घाटा नहीं उठा सकते.
उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों को छोड़कर बाकी में एटीएम ऑपरेशन घाटे का सौदा साबित हो रहे हैं, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि वे कौन से राज्य हैं जहां एटीएम से लाभ हो रहा है.
उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया हमेशा एटीएम में पैसा नहीं लगाता रहेगा. एटीएम से घाटा अब चिंताजनक होता जा रहा है. मैं चाहती हूं कि देश में और एटीएम लगाए जाएं. मैं इसके लिए तैयार हूं, लेकिन मुझे यह भी तय करना होगा कि मैं कैसे इस भार को उठा सकूंगी.
उन्होंने कहा कि बैंक अपने खुद के ग्राहकों से भी एटीएम चार्ज लेना चाहता है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पास 32,777 एटीएम हैं और वह इस संख्या में तेजी से इजाफा कर रहा है.