अगर सबकुछ ठीक रहा तो भारतीय कंपनियों की विदेशी शेयर बाजारों में और विदेशी कंपनियों की भारतीय बाजारों में सीधे लिस्टिंग हो सकेगी. भारती मार्केट को रेग्युलेट करने वाली संस्था सेबी ने विदेश में लिस्टिंग के नियमों का खाका तैयार करने के लिए एक विशेषज्ञ पैनल का गठन किया है.
अभी क्या है व्यवस्था
पैनल की सिफारिश लागू होने के बाद घरेलू कंपनियां विदेशी स्टॉक एक्सचेंजों में अपने शेयर लिस्ट करा सकेंगी. मौजूदा नियम के अनुसार, भारत में लिस्टेड कंपनियों के इक्विटी शेयरों का कारोबार विदेशी स्टॉक एक्सचेंजों पर नहीं हो सकता. इसी तरह विदेशों में लिस्टेड हुई कंपनियों के इक्विटी शेयरों की खरीद-फरोख्त भारतीय शेयर बाजार में नहीं की जा सकती.
सेबी ने क्या कहासेबी ने जारी बयान में कहा है, 'बाजार के विकास और उनके ग्लोबल बनने के मद्देनजर, यह महसूस किया जा रहा है कि भारतीय कंपनियों को विदेशी शेयर बाजारों में लिस्टेड होने का अवसर दिया जाए और विदेशी कंपनियों को भी भारत में ऐसा ही मौका मिले.'
सेबी ने इसके लिए नौ सदस्यों के पैनल का गठन किया है. इसमें एवेंडस कैपिटल के सह-संस्थापक, एमडी और सीईओ रानु वोहरा, साइरिल अमरचंद मंगलदास के मैनेजिंग पार्टनर साइरिल श्रॉफ, मॉर्गन स्टेनली के एमडी कमल यादव और कोटक इंवेस्टमेंट बैंकिंग के एमडी और सीईओ एस रमेश शामिल हैं.
इसके अलावा सेबी ने एक और समिति बनाई है जो स्टार्टअप्स के लिए लिस्टिंग आसान और आकर्षक बनाने के उपाय बताएगी. अभी इनके लिए इंस्टीट्यूशनल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है, लेकिन इस पर कम स्टार्टअप आए हैं. समिति एक महीने में रिपोर्ट देगी.