भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने शेयर बाजार प्लेटफार्म के जरिये मनी लांड्रिंग की गतिविधियों पर अंकुश के लिए अपनी निगरानी बढ़ा दी है. सेबी ने इस तरह की गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल इकाइयों पर निगरानी बढ़ाई है और साथ ही अन्य एजेंसियों से इन मामलों में आगे की जांच का सुझाव दिया है.
सेबी ने पाया कि सैकड़ों की संख्या में इकाइयों ने इस तरह की गैरकानूनी गतिविधियों के जरिये काले धन का शोधन किया है और कर चोरी की है. फिलहाल इन इकाइयों की जांच चल रही है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नियामक ने अंतरिम कार्रवाई के तहत इन इकाइयों के बाजार में कारोबार करने से रोक लगा दी है.
इसके अलावा उसने कर चोरी व अन्य गड़बड़ियों के लिए दूसरी एजेंसियों से इनकी जांच को भी कहा है. पिछले सप्ताह हुई बैठक में सेबी के निदेशक मंडल को इस बारे में की गई निगरानी कार्रवाई की जानकारी दी गई.
अपने पहले आदेश में सेबी ने मिशका फाइनेंस और उसके छह प्रवर्तकों तथा चार निदेशकों व 170 अन्य इकाइयों पर प्रतिभूति बाजार में कारोबार की रोक लगाई है.
इनपुट : भाषा