ब्रिटेन के यूरोपीय यूनियन(EU) से अलग होने के संकेतों का असर भारतीय स्टॉक मार्केट पर पड़ा है. जैसे ही ब्रिटेन ने ईयू से अलग होने का ऐलान किया, कुछ ही देर में निवेशकों के 4 लाख करोड़ रुपये डूब गए. शुक्रवार को शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखी गई. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 604.51 अंकों की गिरावट के साथ 26,397.71 पर और निफ्टी 181.85 अंकों की गिरावट के साथ 8,088.60 पर बंद हुआ.
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 634.74 अंकों की गिरावट के साथ 26,367.48 पर खुला और 604.51 अंकों या 2.24 फीसदी गिरावट के साथ 26,397.71 पर बंद हुआ.
एनएसई में भी दर्ज हुई गिरावट
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी सुबह 241.35 अंकों की गिरावट के साथ 8,029.10 पर खुला और 181.85 अंकों या 2.20 फीसदी गिरावट के साथ 8,088.60 पर बंद हुआ. दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 8,100.70 के ऊपरी और 7,927.05 के निचले स्तर को छुआ.
मिडकैप और स्मॉलकैप में भी गिरावट
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट देखी गई. मिडकैप 122.76 अंकों की गिरावट के साथ 11,313.41 पर और स्मॉलकैप 167.63 अंकों की गिरावट के साथ 11,278.63 पर बंद हुआ. बीएसई के सभी 19 सेक्टरों में गिरावट रही. रियल्टी (3.74 फीसदी), औद्योगिक (3.62 फीसदी), धातु (3.59 फीसदी), पूंजीगत वस्तु (3.30 फीसदी) और बैंकिंग (2.69 फीसदी) में सर्वाधिक गिरावट देखी गई.