बंबई शेयर बाजार में गुरुवार को लगातार तीसरे दिन गिरावट का सिलसिला जारी रहा. सेंसेक्स 276 अंक और निफ्टी 91 अंक टूटकर एक महीने के न्यूनतम स्तर पर आ गए.
डॉलर के मुकाबले रुपये में गुरुवार को 38 पैसे की गिरावट दर्ज की गई. इस तरह से रुपया 7 हफ्ते के निचले स्तर पर पहुंच गया और डॉलर की कीमत 61.34 रुपये पहुंच गई. सोने में 106 रुपये की बढ़त देखी गई, जबकि चांदी में 52 रुपये की गिरावट दर्ज की गई.
सुप्रीम कोर्ट द्वारा बुधवार को 214 कोयला ब्लाकों का आवंटन रद्द किए जाने की वजह से धातु, बिजली व बैंकिंग क्षेत्र की बड़ी कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई. इसके साथ ही सरकार द्वारा गैस मूल्यवृद्धि का मुद्दा टालने से तेल एवं गैस कंपनियों के शेयर भी टूटे.
कारोबारियों ने कहा कि व्यापक आधार पर चली बिकवाली से निवेशकों का भरोसा डगमगा गया. सिर्फ बड़ी कंपनियों ही नहीं दूसरी श्रेणी के शेयरों में भी बिकवाली का दौर चला. रीयल्टी, पूंजीगत सामान, वाहन तथा टिकाउ उपभोक्ता सामान कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट आई. सितंबर के डेरिवेटिव अनुबंधों का आखिरी दिन होने की वजह से भी बाजार में सतर्कता का माहौल था.
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 26,808.66 अंक पर मजबूत रुख के साथ खुलने के बाद 26,814.20 अंक तक गया. सकारात्मक वैश्विक संकेतों व अमेरिका के मजबूत आर्थिक आंकड़ों से बाजार बेहतर अंकों के साथ खुला.
हालांकि बाद में तेल एवं गैस की अगुवाई में बड़ी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली दबाव से सेंसेक्स 26,349.55 अंक के निचले स्तर तक चला गया. अंत में यह 276.33 अंक या 1.03 प्रतिशत के नुकसान से 26,468.36 अंक पर बंद हुआ. 26 अगस्त के बाद यह सेंसेक्स का सबसे निचला स्तर है. पिछले तीन दिन में सेंसेक्स 738 अंक टूट चुका है.
इसी के अनुरूप नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 90.55 अंक या 1.13 प्रतिशत के नुकसान से 7,911.85 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 7,877.35 से 8,019.30 अंक के दायरे में रहा.
वेरासिटी समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रमीत ब्रह्मभट्ट ने कहा, ‘लगातार तीसरे सत्र में बाजार में गिरावट आई. सरकार ने गैस मूल्यवृद्धि को 15 नवंबर तक टाल दिया है, जिससे ओएनजीसी व रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में तीन प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई.’ सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 23 में गिरावट आई. एक्सिस बैंक, एसबीआई, हिंडाल्को, भेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक तथा ओएनजीसी के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए. वहीं टीसीएस, डॉ रेड्डीज लैब और गेल सहित सात कंपनियों के शेयर लाभ में रहे.
इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने कहा है कि कोयला ब्लाकों का आवंटन रद्द होने से भारत की वृद्धि की कहानी प्रभावित होगी. इससे बैंकों की गैर निष्पादित आस्तियां बढ़ेंगी. कोयले की लागत बढ़ेगी, जिससे बिजली महंगी होगी. एशियाई बाजारों में मिलाजुला रुख रहा. एफपीआई-एफआईआई ने कल 793.65 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.
सेंसेक्स के शेयरों में एक्सिस बैंक में सबसे अधिक 4.64 प्रतिशत की गिरावट आई. एसबीआई का शेयर 4.38 प्रतिशत, हिंडाल्को 4.32 प्रतिशत, भेल 4.10 प्रतिशत, रिलायंस इंडस्ट्रीज 3.68 प्रतिशत, ओएनजीसी 3.36 प्रतिशत, आईसीआईसीआई बैंक 3.28 प्रतिशत, सेसा स्टरलाइट 2.65 प्रतिशत और टाटा पावर 2.05 प्रतिशत नुकसान में रहा. इसके अलावा टाटा मोटर्स, विप्रो, कोल इंडिया, एनटीपीसी और एलएंडटी में भी गिरावट रही.
वहीं दूसरी ओर डॉ रेड्डीज का शेयर 2.52 प्रतिशत, टीसीएस 2.43 प्रतिशत, गेल 2.22 प्रतिशत, सिप्ला 1.33 प्रतिशत व इन्फोसिस 1.21 प्रतिशत लाभ में रहे.