बंबई शेयर बाजार में पांच दिन से जारी गिरावट का सिलसिला मंगलवार को थम गया और सेंसेक्स 221 अंक चढ़ गया. खुदरा मुद्रास्फीति के 30 माह के निचले स्तर 7.31 प्रतिशत पर आने के बाद ब्याज दर आधारित शेयरों में लिवाली से सेंसेक्स में तेजी आई. वहीं मांग कमजोर पड़ने से सोने और चांदी की कीमतों में भी गिरावट आई है.
ब्रोकरों ने कहा कि महंगाई में कमी से यह उम्मीद बंधी है कि रिजर्व बैंक अगले महीने मौद्रिक समीक्षा में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है. जून माह की खुदरा मुद्रास्फीति 7.31 प्रतिशत पर आ गई है जो जनवरी, 2012 के बाद इसका सबसे निचला स्तर है. थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति भी चार माह के निचले स्तर 5.43 प्रतिशत पर आ गई है.
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 221.67 अंक या 0.89 प्रतिशत चढ़कर 25,228.65 अंक पर पहुंच गया. इससे पिछले पांच सालों में सेंसेक्स में 1,093 अंक की गिरावट आई है.
नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 72.50 अंक या 0.97 प्रतिशत चढ़कर फिर 7,500 अंक के पार यानी 7,526.65 अंक पर पहुंच गया. एशियाई बाजारों में मिलाजुला रख रहा, जबकि यूरोपीय बाजार में शुरूआती कारोबार में मिलाजुला रख था.
सेंसेक्स की कंपनियों में भेल 4.31 प्रतिशत, एसबीआई 4.43 प्रतिशत, एलएंडटी 2.21 प्रतिशत, महिंद्रा एंड महिंद्रा 2.59 प्रतिशत, एक्सिस बैंक 2.89 प्रतिशत, कोल इंडिया 1.52 प्रतिशत, गेल 1.28 प्रतिशत, ओएनजीसी 2.49 प्रतिशत और रिलायंस इंडस्ट्रीज 1.20 प्रतिशत मजबूत हुए.
कमजोर मांग से सोना, चांदी में गिरावट जारी
मांग कमजोर पड़ने से दिल्ली सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने के भाव लगातार दूसरे दिन 120 रुपए की गिरावट के साथ 28,330 रुपये प्रति दस ग्राम बोले गए. वहीं औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की मांग कमजोर पड़ने से चांदी के भाव 350 रुपये की गिरावट के साथ 45,250 रुपये किलो रह गये.
बाजार सूत्रों के अनुसार कमजोर वैश्विक रख के बीच स्टाकिस्टों की बिकवाली के चलते सोने में सात माह में सबसे तेज गिरावट दर्ज की गई.
रुपये में गिरावट
वहीं, मंगलवार को लगातार दूसरे दिन रुपये में गिरावट दर्ज की गई. डॉलर के मुकाबले रुपया 5 पैसे गिरकर 60.12 प्रति डालर पर बंद हुआ.