सेंसेक्स सोमवार को शुरुआती कारोबार में 28,027.96 के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा, लेकिन अंत में सिर्फ छह अंकों की मामूली तेजी के साथ बंद हुआ. मंत्रिमंडल विस्तार पर मुहर लगाते हुए निवेशकों ने शुरू में लिवाली की जिससे तेजी आई लेकिन बाद में मुनाफावसूली के कारण तेजी बरकरार नहीं रह सकी.
शुरुआती कारोबार में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स अब तक के रिकॉर्ड 28,027.96 अंक तक चला गया. इससे पहले, 5 नवंबर को यह 28,010.39 अंक तक गया था. लेकिन उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सूचकांक नीचे आया और थोड़े समय के लिए यह पिछले बंद से भी नीचे 27,764.75 अंक तक चला गया था. अंत में यह 6.10 अंक के फायदे के साथ 27,874.73 पर बंद हुआ. आईटीसी लि., सन फार्मा, डॉ. रेड्डीज, हिंद यूनीलिवर, कोल इंडिया, बजाज आटो, भेल, एचडीएफसी, हीरो मोटो कॉर्प, टाटा पावर और विप्रो की अगुवाई में सेंसेक्स के 15 शेयर लाभ में रहे जबकि टाटा स्टील, टीसीएस, एसबीआई, सेसा स्टरलाइट, रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एल एंड टी, आईसीआईसीआई बैंक तथा ओएनजीसी समेत 15 शेयर नुकसान में रहे.
50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी शुरुआती कारोबार में 8,383.05 की नई ऊंचाई पर पहुंच गया. लेकिन बाद में मुनाफावसूली के कारण नीचे आ गया. कारोबार के दौरान यह न्यूनतम 8,304.45 तक चला गया लेकिन अंत में 7.25 अंक की बढ़त के साथ 8,344.25 अंक पर बंद हुआ. इससे पहले, निफ्टी 5 नवंबर को 8,365.55 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर चला गया था. वहीं रुपये का दाम डॉलर के मुकाबले 61.50 पर रहा.
सुस्त मांग से सोना-चांदी लुढ़के
कमजोर वैश्विक रुख के बीच मौजूदा उच्च स्तर पर आभूषण और फुटकर विक्रेताओं की कमजोर मांग से राष्ट्रीय राजधानी सर्राफा बाजार में सोना 55 रुपये गिरकर 26,395 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया. औद्योगिक इकाइयों के लिवाली समर्थन के अभाव में चांदी भी 50 रुपये की गिरावट के साथ 35,500 रुपये प्रति किलो रह गई. बाजार सूत्रों ने बताया कि मौजूदा स्तर पर आभूषण और फुटकर विक्रेताओं की मांग में गिरावट के अलावा अमेरिका में उधारी लागत बढ़ने की उम्मीद की वजह से विदेशों में कमजोरी के रुख के कारण सोने-चांदी की कीमतों पर दबाव रहा. दिल्ली में सोना 99.9 और 99.5 प्रतिशत शुद्धता के भाव 55.55 रुपये की गिरावट के साथ क्रमश: 26,395 रुपये और 26,195 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गए.
(इनपुट: भाषा)