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सेंसेक्स ने लगाई 321 अंक की छलांग, सोना हुआ और सस्ता

बैंकों और बुनियादी ढांचा कंपनियों के शेयरों में अच्छे लाभ से बुधवार बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स ने 321 अंक की लंबी छलांग लगाई है. वहीं सोना और चांदी की कीमतों में लगातार तीसरे दिन गरावट जारी रही.

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बैंकों और बुनियादी ढांचा कंपनियों के शेयरों में अच्छे लाभ से बुधवार बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स ने 321 अंक की लंबी छलांग लगाई है. वहीं सोना और चांदी की कीमतों में लगातार तीसरे दिन गरावट जारी रही.

सेंसेक्स में यह पिछले एक पखवाड़े में एक दिन में सेंसेक्स की सबसे बड़ी बढ़त है. रिजर्व बैंक ने बुनियादी ढांचा वित्तपोषण के नियमों को सरल किया है और साथ ही अर्थव्यवस्था में सुधार दिखने लगा है. इन सब कारकों से यहां बाजार धारणा को बल मिला. बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 25,322.17 अंक पर मजबूत खुलने के बाद 25,602.78 अंक के दिन के उच्च स्तर तक गया. अंत में यह 321.07 अंक या 1.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ 25,549.72 अंक पर बंद हुआ. इससे पहले 2 जुलाई को सेंसेक्स में 325 अंक की बढ़त दर्ज हुई थी.

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इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 97.75 अंक या 1.30 प्रतिशत की बढ़त के साथ 7,600 अंक के स्तर को पार कर 7,624.40 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान इसने दिन का उच्चस्तर 7,640.10 अंक भी छुआ. रिजर्व बैंक ने मंगलवार को दीर्घावधि के बॉन्ड को अनिवार्य नियामकीय नियमों मसलन सीआरआर व एसएलएल से छूट दी थी. लेकिन यह उसी स्थिति में होगा जबकि जुटाए गए धन का इस्तेमाल इसी तरह की परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए किया जाए. सेंसेक्स के 30 शेयरों में सबसे ज्यादा लाभ आईसीआईसीआई बैंक में रहा और इसका शेयर 4.70 प्रतिशत चढ़ गया. एक्सिस बैंक, भारतीय स्टेट बैंक व एचडीएफसी बैंक के शेयरों में भी अच्छा लाभ दर्ज हुआ.

वहीं एलएंडटी व भेल जैसी बुनियादी ढांचा कंपनियों के शेयरों में भी लाभ दर्ज हुआ. चीन की अर्थव्यवस्था में दूसरी तिमाही में विस्तार हुआ है. इससे धातु व खनन कंपनियों के शेयर भी मांग में रहे. ब्रोकरों ने कहा कि मानसून की स्थिति में सुधार, जून माह के निर्यात में अच्छी बढ़ोतरी, यूरोपीय बाजारों के बेहतर रख के साथ खुलने व वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से भी यहां बाजार धारणा को बल मिला. जून में निर्यात 10.22 प्रतिशत बढ़कर 26.4 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. इस दौरान आयात 8.33 प्रतिशत बढ़कर 38.24 अरब डॉलर रहा. बोनान्जा पोर्टफोलियो के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश गोयल ने कहा, ‘रिजर्व बैंक द्वारा बुनियादी ढांचा वित्तपोषण के लिए दीर्घावधि के बॉन्ड पर प्रोत्साहन की घोषणा का बाजार ने स्वागत किया. सकारात्मक वैश्विक संकेतों, महंगाई घटने तथा चीन में जीडीपी की वृद्धि दर सकारात्मक रहने से बाजार को बल मिला.’

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वेरासिटी ब्रोकिंग सर्विसेज के अनुसंधान प्रमुख जिग्नेश चौधरी ने कहा, ‘स्थानीय बाजारों में तेजी जारी रही. रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों के बाद बड़ी कंपनियों के शेयरों में तेजी जारी है.’ एशियाई बाजारों में मिलाजुला रख रहा. हांगकांग, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया के बाजार लाभ के साथ बंद हुए. वहीं चीन, जापान और ताइवान के बाजारों में नुकसान रहा. हालांकि, यूरोपीय बाजार शुरुआती कारोबार में ऊपर चल रहे थे. सेंसेक्स के 30 शेयरों में 24 में लाभ रहा, 6 में गिरावट आई. आईसीआईसीआई बैंक के अलावा हिंडाल्को का शेयर 4.19 प्रतिशत, एक्सिस बैंक 3.57 प्रतिशत, टाटा स्टील 3.13 प्रतिशत, सेसा स्टरलाइट 2.97 प्रतिशत, भेल 2.54 प्रतिशत, एसबीआई 2.26 प्रतिशत, मारति सुजुकी 2.24 प्रतिशत व एमएंडएम 1.92 प्रतिशत चढ़ गए. रिलायंस इंडस्ट्रीज में 1.73 प्रतिशत, टाटा मोटर्स 1.58 प्रतिशत, लार्सन एंड टुब्रो 1.53 प्रतिशत, एचडीएफसी बैंक 1.07 प्रतिशत और हीरो मोटो कॉर्प में 1.03 प्रतिशत का लाभ रहा.

सोना, चांदी हुए और सस्ते
कमजोर वैश्विक रुख के बीच स्टॉकिस्टों की सतत बिकवाली के चलते दिल्ली सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने के भाव लगातार तीसरे दिन 155 रुपये की गिरावट के साथ 28,175 रुपये प्रति दस ग्राम रह गये. वहीं लिवाली समर्थन के अभाव में चांदी के भाव 400 रुपये की गिरावट के साथ 44,850 रुपये प्रति किलो बोले गये. बाजार सूत्रों के अनुसार कमजोर वैश्विक रुख और स्टॉकिस्टों की लगातार बिकवाली तथा डॉलर में मजबूती के चलते सोने के भाव विदेशों में तीन सप्ताह के निचले स्तर पर चले गये. इससे स्थानीय बाजार प्रभावित हुआ.

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डॉलर के मुकाबले रुपया 60.12 पर स्थिर
खरीद और बिकवाली के दौर के बीच दो दिन की लगातार गिरावट के बाद अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया बुधवार को 60.12 रुपये पर स्थिर रहा. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया मंगलवार के बंद भाव 60.12 रुपये के मुकाबले 60.23 रुपये पर खुला और उसके बाद आयातकों की डॉलर मांग आने से यह और गिरकर 60.28 रुपये रह गया. विदेशी बाजारों में डॉलर की मजबूती का भी कारोबार की शुरुआत में रुपये पर दबाव रहा. न्यूयॉर्क बाजार में कल डॉलर में तब मजबूती का रुख बन गया जबकि फेडरल रिजर्व प्रमुख ने कहा कि यदि रोजगार बाजार में उम्मीद से ज्यादा तेजी का रुख बना रहा तो वह ब्याज दर बढ़ाने की योजना को आगे बढ़ा सकता है. हालांकि, फेडरल रिजर्व की चेयरपर्सन जानेट येलेन ने सीनेट बैंकिंग समिति के समक्ष यह भी कहा कि आर्थिक परिदृश्य में अभी अनिश्चितता है इसलिये यह कदम उठाने का सही समय नहीं आया है.

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