भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को जिस बात की आशंका थी, वही हुआ और इन्फोसिस के शेयर 16 फीसदी से अधिक लुढ़क गए. दरअसल, देश की दिग्गज आईटी कंपनी इन्फोसिस के मैनेजमेंट पर गंभीर आरोप लगे हैं. इस वजह से कंपनी के शेयर में पहले से ही बड़ी गिरावट की आंशका जाहिर की जा रही थी. बहरहाल, बाजार में इन्फोसिस की इस हालत का सबसे बड़ा नुकसान निवेशकों को हुआ है. शुरुआती घंटे में ही निवेशकों को 52 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो गया.
बता दें कि शुक्रवार को इन्फोसिस का शेयर 767.75 रुपये के भाव पर बंद हुआ था. इस दिन कंपनी का मार्केट कैप करीब 330073 करोड़ रुपये था. वहीं, मंगलवार को शेयर में 16 फीसदी की गिरावट आई और यह गिरकर 645 रुपये के भाव पर पहुंच गया. इस भाव पर आते ही कंपनी का मार्केट कैप भी कम होकर 2,77, 450 करोड़ रुपये के करीब रह गया. इस लिहाज से निवेशकों को 52 हजार करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ.वहीं कारोबार के अंत में यह नुकसान करीब 54 हजार करोड़ पर पहुंच गया.
दरअसल, व्हिसलब्लोबर के एक समूह ने देश की दिग्गज आईटी कंपनी इन्फोसिस के सीईओ सलिल पारेख और कंपनी के सीएफओ निलांजन रॉय पर कम समय में आय और लाभ बढ़ाने के लिए ‘अनैतिक व्यवहारों’ में लिप्त होने की शिकायत की है. कंपनी के निदेशक मंडल को 20 सितंबर को लिखे पत्र में समूह ने कहा, ‘‘हालिया तिमाहियों में मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा किए गए अनैतिक व्यवहार को हम आपके संज्ञान में लाना चाहते हैं. कम समय में आय और लाभ को बढ़ाने के लिए इसी तरह के कदम चालू तिमाही में भी उठाए गए हैं.’’
इस समूह का दावा है कि इन आरोपों को साबित करने के लिए ईमेल और वॉयस रिकॉर्डिंग भी मौजूद हैं. व्हिसलब्लोअर समूह ने इस बाबत अमेरिका के नियामक सिक्यूरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन को भी 3 अक्टूबर को एक पत्र लिखा है. बता दें कि व्हिसिलब्लोअर उस व्यक्ति को कहा जाता है जो किसी संस्थान में होने वाली गलतियों को उजागर करता है.
इन्फोसिस का भी आया बयान
इस पूरे विवाद पर इन्फोसिस की ओर से भी एक बयान आया है. इन्फोसिस की ओर से कहा गया, ‘‘ कंपनी की प्रक्रिया के तहत व्हिसलब्लोअर की शिकायत को ऑडिट समिति के समक्ष रखा गया है. इस पर कंपनी की व्हिसलब्लोअर नीति के अनुरूप कार्रवाई होगी.’’इन्फोसिस को कंपनी के कामकाज में लापरवाही को लेकर पहले भी शिकायत मिल चुकी हैं. इससे पहले इस तरह की एक शिकायत कंपनी के इजरायल की कंपनी पनाया को खरीदने में की गयी गड़बड़ी को लेकर की गई थी.
सेंसेक्स-निफ्टी का हाल
इस बीच, मंगलवार को सेंसेक्स और निफ्टी भी शुरुआती कारोबार में सुस्त नजर आए. उतार-चढ़ाव के बीच सेंसेक्स सुबह 9.30 बजे करीब 60 अंक की बढ़त के साथ 39 हजार 390 के स्तर पर कारोबार कर रहा था. वहीं निफ्टी में 45 अंक की तेजी आई और यह 11 हजार 700 के स्तर पर कारोबार करता दिखा. बता दें कि सोमवार को महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने की वजह से शेयर बाजार बंद थे.
इससे पहले आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को सेंसेक्स 246.32 अंकों यानी 0.63 फीसदी की तेजी के साथ 39,298.38 तक पहुंचा, जबकि निफ्टी 75.50 अंकों यानी 0.65 फीसदी की तेजी के साथ 11,661.85 पर बंद हुआ. अगर बीते हफ्ते की बात करें तो सेंसेक्स और निफ्टी में रौनक देखने को मिली. सेंसेक्स एक सप्ताह पहले के मुकाबले 1,171.30 अंक मजबूत हुआ तो वहीं निफ्टी में भी 360.60 अंक की तेजी रही.