आईसीआईसीआई बैंक, विप्रो व टाटा मोटर्स सहित अन्य बड़ी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से शुक्रवार को बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स व नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी अपने रिकॉर्ड स्तर से नीचे आ गए. वहीं, सोने, चांदी में गिरावट जारी है. शुक्रवार को सोने के भाव लगातार दूसरे दिन 100 रुपये की गिरावट के साथ 28,100 रुपये प्रति दस ग्राम रहा. वहीं चांदी के भाव 600 रुपये लुढ़ककर 44,400 रुपये प्रति किलो रह गए.
पिछले नौ सत्र में बाजार में यह पहली गिरावट है. पिछले आठ सत्रों में 1,265 अंक की बढ़त दर्ज करने वाला बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुक्रवार को कारोबार के दौरान सर्वकालिक उच्चस्तर 26,300.17 अंक तक पहुंच गया था. बाद में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) व घरेलू कोषों की मुनाफावसूली से यह 145.10 अंक या 0.55 फीसद के नुकसान से 26,126.75 अंक पर आ गया.
पिछले लगातार दो दिन में सेंसेक्स ने नया रिकॉर्ड स्तर छुआ था. गुरुवार को सेंसेक्स 26,271.85 अंक के नए रिकॉर्ड पर बंद हुआ था. इसने कारोबार के दौरान दिन का सर्वकालिक उच्च स्तर 26,292.66 अंक भी छुआ था. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी रिकॉर्ड स्तर 7,840.95 अंक को छूने के बाद 7,800 अंक के स्तर से नीचे आ गया. बिकवाली दबाव में अंतत: निफ्टी 40.15 अंक या 0.51 प्रतिशत के नुकसान से 7,790.45 अंक पर बंद हुआ. गुरुवार को निफ्टी ने 7,835.65 अंक का नया रिकॉर्ड स्तर छुआ था.
रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी बैंक और इन्फोसिस के काउंटरों पर नुकसान से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई. बिकवाली का दबाव चौतरफा रहा. 12 विभिन्न वर्गों के सूचकांकों में से 10 नुकसान में रहे. रक्षात्मक लिवाली के बीच सिर्फ स्वास्थ्य सेवा व एफएमसीजी कंपनियों के शेयरों में लाभ रहा. वेल्थरेज सिक्योरिटीज के निदेशक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी किरण कुमार कविकोंडाला ने कहा, ‘पिछले कुछ सत्रों में तेजी से भागने के बाद भारतीय बाजारों में गिरावट आई.’ 31 जुलाई को भारतीय डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान से पहले बाजार में सतर्कता का मूड रहा. पश्चिम एशिया में तेल कीमतों में बढ़ोतरी व यूक्रेन में हिंसा से भी निवेशकों का भरोसा डगमगाया.
शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने गुरुवार को 161.55 करोड़ रुपये की लिवाली की. सप्ताह के दौरान सेंसेक्स में 485 अंक व निफ्टी में 127 अंक का लाभ रहा.
एशियाई बाजारों में तेजी रही. चीन, हांगकांग, जापान व दक्षिण कोरिया के बाजार 0.36 से 1.13 प्रतिशत के लाभ में रहे. सिंगापुर व ताइवान में 0.11 से 0.93 प्रतिशत की गिरावट आई. यूरोपीय बाजार शुरुआती कारोबार में नीचे चल रहे थे. सेंसेक्स की कंपनियों में 18 के शेयरों में गिरावट आई जबकि 12 लाभ में रहे. टाटा मोटर्स व सनफार्मा के शेयरों में सबसे ज्यादा लाभ रहा. बाजार का कुल कारोबार बढ़कर 3,577.35 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो गुरुवार को 3,109.87 करोड़ रुपये रहा था. वहीं, सोने, चांदी में गिरावट जारी है. कमजोर वैश्विक रुख के बीच आभूषण निर्माताओं की मांग मे कमी के चलते दिल्ली सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने के भाव लगातार दूसरे दिन 100 रुपये की गिरावट के साथ 28,100 रुपये प्रति दस ग्राम रहा.
वहीं चांदी के भाव 600 रुपये लुढ़ककर 44,400 रुपये प्रति किलो रह गए. बाजार सूत्रों के अनुसार कमजोर वैश्विक रुख के बीच डॉलर के मजबूत होने के कारण सोने, चांदी की कीमतें दबाव में आ गईं. सिंगापुर में सोने के भाव 0.2 प्रतिशत गिरकर 1291.64 डॉलर प्रति औंस रहे.