दिल्ली में नौकरीपेशा लोगों की संख्या बढ़ी है, जबकि खेती और उद्योग-धंधे में कमी आई है. दिल्ली सरकार ने राज्य सकल घरेलू उत्पाद के आकंड़े जारी किए हैं. इन आंकड़ों से सामने आया है कि दिल्ली में प्रति व्यक्ति सालाना आय में अच्छी वृद्धि हुई है.
दिल्ली की अर्थव्यस्था में सेवा क्षेत्र का योगदान काफी ज्यादा है. हालांकि प्रतिशत के रूप में यह पिछले साल से घटा है, लेकिन निरपेक्ष रूप से बढ़ा है. आंकड़ों के अनुसार कुल 3.65 लाख करोड़ रुपये के राज्य सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में सेवा क्षेत्र की हिस्सेदारी 2.98 लाख करोड़ रुपये अनुमानित है.
दिल्ली की अर्थव्यवस्था पर मुख्यमंत्री शीला दीक्षित द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2012-13 में दिल्ली के कुल जीडीपी में सेवा क्षेत्र का योगदान 81.54 प्रतिशत है. इससे पूर्व वित्त वर्ष में यह 81.62 प्रतिशत था. सेवा क्षेत्र में अंतर्गत रीयल एस्टेट, होटल, रेस्तरां, बैंक, बीमा, थोक तथा खुदरा व्यापार आते हैं.
राज्य घरेलू उत्पाद का अनुमान वर्ष 2012-13 शीर्षक से जारी रिपोर्ट के अनुसार चालू मूल्य पर दिल्ली के जीडीपी में सेवा क्षेत्र का योगदान 2.98 लाख करोड़ रुपये है जो पिछले वित्त वर्ष में 2.53 लाख करोड़ रुपये था. मुख्यमंत्री ने कहा, 'हम प्रदूषण नहीं फैलाने वाले उद्योगों को बढ़ावा दे रहे हैं और यही कारण है कि दिल्ली आईटी समेत सेवा क्षेत्र के लिये प्रमुख केंद्र के रूप में उभर रहा है और नोएडा तथा गुड़गांव जैसे पड़ोसी शहरों को पीछे छोड़ देगा.'
राज्य जीडीपी में उद्योग क्षेत्र (द्वितीयक) का योगदान 17.69 प्रतिशत जबकि प्राथमिक क्षेत्र (कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र) का योगदान 0.77 प्रतिशत रहने का अनुमान है. अनुमान के अनुसार औद्योगिक क्षेत्र का राज्य जीडीपी में योगदान 2012-13 में 64,718 करोड़ रुपये रहा, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 54,321 करोड़ रुपये था.
इसी प्रकार, राज्य जीडीपी में प्राथमिक क्षेत्र का योगदान वर्ष 2012-13 में 2,813 करोड़ रुपये रहा जो 2011-12 में 2,774 करोड़ रुपये था. सेवा क्षेत्र में होटल तथा रेस्तरां का योगदान 18.24 प्रतिशत रहा जबकि सर्वाधिक 40.23 प्रतिशत योगदान वित्तीय सेवा तथा रीयल एस्टेट क्षेत्र का रहा. रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में प्रति व्यक्ति सालाना आय 2012-13 में 15.77 प्रतिशत बढ़कर 2.01 लाख करोड़ रुपये रही. यह राष्ट्रीय औसत से तीन गुना अधिक है.
दिल्ली विधानसभा में पेश आर्थिक समीक्षा के अनुसार दिल्ली में चालू मूल्य पर प्रति व्यक्ति आय 2,01,083 करोड़ रुपये रही जो 2011-12 में 1,73,686 करोड़ रुपये थी. राष्ट्रीय स्तर पर प्रति व्यक्ति औसत आय 61,564 रुपये है.