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चुनावी नतीजों के इंतजार में बाजार, सेंसेक्‍स 39,110 के स्‍तर पर बंद

लोकसभा चुनाव के नतीजे कल यानी गुरुवार को आने वाले हैं. इन नतीजों के साथ देश की सियासी तस्‍वीर साफ हो जाएगी. चुनावी नतीजों पर ही शेयर बाजार की स्थिति स्‍पष्‍ट होगी.

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लोकसभा चुनाव के नतीजे कल यानी गुरुवार को आने वाले हैं
लोकसभा चुनाव के नतीजे कल यानी गुरुवार को आने वाले हैं

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लोकसभा चुनाव के नतीजों से ठीक एक दिन पहले भारतीय शेयर बाजार में रौनक बढ़ गई. शुरुआती कारोबार में उतार-चढ़ाव के बाद सेंसेक्‍स 140 अंक की बढ़त के साथ 39,110 के स्‍तर पर बंद हुआ तो वहीं  निफ्टी 28.80 अंक की बढ़त के साथ 11,737.90 अंक पर रहा. बाजार के लिए 23 मई का दिन काफी अहम माना जा रहा है. दरअसल, लोकसभा चुनाव के नतीजे 23 मई यानी कल आने वाले हैं. बाजार के जानकारों को अनुमान है कि मोदी सरकार की वापसी होने की स्थिति में शेयर बाजार में रिकॉर्ड बढ़त देखी जा सकती है.

शेयर बाजार की स्थिति

कारोबार के अंत में सबसे अधिक तेजी इंडस्‍इंड बैंक के शेयर में देखने को मिली. इसके अलावा सनफार्मा, बजाज ऑटो, भारती एयरटेल, कोल इंडिया, टाटा मोटर्स, एसबीआईएन, आईसीआईसीआई बैंक, हीरो मोटोकॉर्प, ओएनजीसी, एचडीएफसी, वेदांता, एलएंडटी और कोटक बैंक में रही. इंडस्‍इंड बैंक के शेयर करीब 6 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ. वहीं सनफार्मा के शेयर में 4 फीसदी के करीब बढ़त रही. लाल निशान पर बंद होने वाले शेयरों की बात करें तो आईटीसी, यस बैंक और पावर ग्रिड हैं. आईटीसी के शेयर करीब 2 फीसदी टूट गए.  

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इंडस्‍इंड बैंक का मुनाफा 62 फीसदी घटा

इस बीच इंडस्‍इंड बैंक के नतीजे आ गए हैं. इन नतीजों में वित्त वर्ष 2019 की चौथी तिमाही में इंडस्‍इंड बैंक का मुनाफा 62.2 फीसदी घटकर 360.1 करोड़ रुपये है. एक साल पहले की समान अवधि में इंडस्‍इंड बैंक का मुनाफा 953 करोड़ रुपये रहा था. बता दें कि बैंक के बैड लोन में भी बढ़ोत्तरी हुई है.

इसी तरह वित्त वर्ष 2019 की चौथी तिमाही में फार्मा कंपनी सिप्ला का मुनाफा करीब दोगुना बढ़कर 367.2 करोड़ रुपये रहा है. वित्त वर्ष 2018 की चौथी तिमाही में सिप्ला को सिर्फ 178.6 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था.

इस बीच, डॉलर के मुकाबले रुपया बुधवार को दो पैसे की बढ़त के साथ 69.67 रुपये प्रति डॉलर पर खुला. पिछले सत्र में रुपया हल्की बढ़त के साथ बंद हुआ था. बजार के जानकार लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने से एक दिन पहले देसी मुद्रा में बढ़त को सकारात्मक संकेत बताते हैं. उनका मानना है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में आई नरमी और देश में स्थायी सरकार बनने की उम्मीदों से देसी मुद्रा को सपोर्ट मिला है और दिनभर के कारोबार में रुपया सीमित दायरे में रह सकता है.

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