23 मई का दिन भारतीय राजनीति के लिहाज से काफी अहम है. दरअसल, लोकसभा चुनाव के नतीजे 23 मई को आने वाले हैं. चुनावी नतीजों के साथ ही यह स्थिति स्पष्ट हो जाएगी कि सत्ता में मोदी सरकार की वापसी हो रही है या नहीं. इसके अलावा शेयर बाजार के भविष्य की दिशा भी तय होगी. लेकिन सवाल है कि क्या चुनावी नतीजों के दिन सेंसेक्स 40 हजार के जादुई आंकड़े को पार कर सकेगा.
इस सवाल पर केडिया कमोडिटी के निदेशक अजय केडिया का कहना है कि गुरुवार के दिन बीएसई सेंसेक्स 40 हजार के आंकड़े को टच कर पाना मुश्किल लग रहा है. अजय केडिया के मुताबिक एग्जिट पोल के नतीजों की वजह से शेयर बाजार ने इंट्रा ट्रेड के हाई लेवल को पहले ही टच कर लिया है. ऐसे में अब इतनी तेजी की उम्मीद कम ही है. वहीं मंगलवार और बुधवार के मार्केट ट्रेंड को देखें को कारोबार के अंतिम घंटों में बिकवाली का दौर देखने को मिल रहा है.
अगर यही ट्रेंड गुरुवार को भी जारी रहा तो यह सेंसेक्स की तेजी के लिए ब्रेकर साबित हो सकता है. हालांकि अगर नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एनडीए को 310 से ज्यादा सीटें मिलीं तो यह संभव है कि बाजार इस ब्रेकर को तोड़ दे. कुछ ऐसा ही हाल निफ्टी के साथ होने वाला है. निफ्टी 12 हजार के जादुई आंकड़े को छूने के लिए तैयार है. लेकिन यह इतना आसान नजर नहीं आ रहा है. हालांकि एग्जिट पोल के नतीजों में मोदी सरकार की वापसी की उम्मीदों में सोमवार को निफ्टी ने 11,883 के ऑल टाइम हाई लेवल को टच किया था.बता दें कि बुधवार को सेंसेक्स 140.41 अंक चढ़कर 39,110.21 अंक पर जबकि निफ्टी 28.80 अंक की बढ़त के साथ 11,737.90 अंक पर बंद हुआ.
एग्जिट पोल के नतीजे के बाद शेयर बाजार
रविवार को एग्जिट पोल के नतीजे आए थे. इनमें मोदी सरकार की वापसी की उम्मीद जताई गई है. इस वजह से सोमवार को शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी रही. सोमवार को कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1421 की बढ़त के साथ 39,352 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी 421 अंक मजबूत होकर 11,828 के स्तर पर रहा. निफ्टी में यह एक दिन में अंकों के हिसाब से दूसरी सबसे बड़ी तेजी है. वहीं सेंसेक्स 10 साल के उच्चतम स्तर की बढ़त पर बंद हुआ था. 21 मई को सेंसेक्स 39571 के ऑल टाइम हाई लेवल को टच किया.
16 मई 2014 से 22 मई 2019 तक ऐसी रही सेंसेक्स की चाल
2014 में चुनावी नतीजों वाले दिन क्या हुआ था
साल 2014 में 16 मई को लोकसभा चुनाव नतीजे आए थे. इस दिन सप्ताह का आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार था. इस दिन शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 1,470 अंकों की जबरदस्त उछाल के साथ 25,375 के स्तर पर पहुंच गया था. ट्रेडर्स को यह उम्मीद थी कि बीजेपी की सरकार आर्थिक सुधारों को तेज करेगी और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगी.
हालांकि, बाद में बिकवाली की वजह से मार्केट की चाल सुस्त पड़ गई और सेंसेक्स 23,873.16 के स्तर पर आ गया. दिन में कारोबार के अंत में निवेशकों की पूंजी में 1 लाख करोड़ का जबरदस्त इजाफा हुआ था और यह 80.64 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया था. इसी तरह 50 शेयरों वाला नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 340 अंक या 4.72 फीसदी की बढ़त के साथ 7,460 अंक तक पहुंच गया.