देश के शेयर बाजारों में आगामी कारोबारी सप्ताह में निवेशकों की नजर जनवरी-मार्च तिमाही के परिणामों और संसद के बजट सत्र के शेष हिस्से की गतिविधियों पर टिकी रहेगी. आगामी सप्ताह में निवेशकों की नजर विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) और घरेलू संस्थागत निवेश (डीआईआई) के आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के रुझान, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और तेल की कीमतों पर बनी रहेगी.
बाजार का अगला महत्वपूर्ण चरण कंपनियों की चौथी तिमाही के परिणामों की घोषणा का है, जो शुरू हो चुका है. इस दौरान खास-खास शेयरों में उनके परिणामों और भावी आय के अनुमानों के आधार पर विशेष गतिविधि देखी जा सकती है.
सोमवार को पर्सिस्टेंट सिस्टम्स, हिंदुस्तान जिंक और टाटा स्पंज आयरन लिमिटेड, मंगलवार को एचसीएल टेक्नोलॉजी और विप्रो, बुधवार को सुप्रीम पेट्रोकेम और यस बैंक, गुरुवार को एचसीएल इंफोसिस्टम्स, एचडीएफसी बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा फायनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड और एमआरएफ लिमिटेड और शुक्रवार को इंफोसिस और सीमेंस लिमिटेड अपने परिणामों की घोषणा करेंगी.
बजट सत्र का दूसरा हिस्सा एक महीने के अवकाश के बाद सोमवार 20 अप्रैल 2015 को शुरू हो रहा है, जो 8 मई 2015 को समाप्त होगा. इस दौरान सरकार भूमि अधिग्रहण विधेयक और वस्तु एवं सेवा कर संविधान संशोधन विधेयक को संसद से पारित कराने की कोशिश कर सकती है. सरकार ने भूमि अधिग्रहण अध्यादेश को फिर से लागू कर दिया है. इससे संबंधित विधेयक बजट सत्र के प्रथम हिस्से में लोकसभा में पारित हो चुका है, लेकिन राज्यसभा में यह अब तक पारित नहीं हो पाया है.
इनपुट: IANS