हैवीवेट शेयरों में गिरावट के चलते बुधवार को शेयर बाजार लाल निशान के नीचे बंद हुआ है. इस कारोबारी हफ्ते के तीसरे दिन सेंसेक्स 272.93 अंक गिरकर 35,217.11 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 97.75 अंक गिरकर 10,671.40 के स्तर पर बंद हुआ.
निफ्टी-50 पर सिर्फ 8 कंपनियों के शेयर हरे निशान के ऊपर बने रहने में सफल रहे. इसमें आईटी कंपनियों के शेयर प्रमुख रहे. कारोबार खत्म होने के दौरान निफ्टी पर टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, सिप्ला और एचडीएफसी बैंक के शेयर टॉप गेनर में शामिल रहे.
हैवीवेट शेयरों रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, एचपीसीएल, बीपीसीएल, आईओसी, बजाज फाइनेंस ने निफ्टी में गिरावट बढ़ाने का काम किया है. इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी और यूएस व चीन के बीच ट्रेड वॉर की आशंका के चलते बाजार कमजोर हुआ.
सुबह की बात करें, तो घरेलू शेयर बाजार ने हल्की बढ़त के साथ शुरुआत की है. इस कारोबारी हफ्ते के तीसरे दिन वैश्विक बाजार से मिले मजबूत संकेतों के चलते बाजार में मामूली बढ़त देखने को मिली.
बुधवार को सेंसेक्स 8.03 अंक बढ़कर 35,498.07 के स्तर पर खुला. वहीं, निफ्टी ने 16.35 अंकों की बढ़त के साथ 10,785.50 के स्तर पर कारोबार की शुरुआत की.
शुरुआती कारोबार में आईटी और पावर कंपनियों के शेयरों में बढ़त देखने को मिली. निफ्टी-50 पर रिलायंस, एचसीएलटेक और टेक महिंद्रा के शेयरों में बढ़त रही.
रुपये में भारी गिरावट:
डॉलर के मुकाबले रुपये में जारी गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है. बुधवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 19 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है.
इस कारोबारी हफ्ते के तीसरे दिन रुपये में 30 पैसे की गिरावट दर्ज की गई है. इस गिरावट के साथ यह एक डॉलर के मुकाबले 68.54 के स्तर पर पहुंच गया है.
नवंबर, 2016 के बाद यह पहली बार है, जब रुपया डॉलर के मुकाबले इतना नीचे गिरा है. निर्यातकों और बैंकर्स की तरफ से डॉलर की डिमांड को रुपये में गिरावट की वजह बताया जा रहा है.