इस कारोबारी हफ्ते के चौथे दिन शेयर बाजार ने जबरदस्त उछाल के साथ कारोबार की शुरुआत की. गुरुवार को सेंसेक्स जहां 36 हजार के पार खुलने में कामयाब हुआ. वहीं, निफ्टी ने भी 11 हजार का स्तर पार किया. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया है. इसने 36600 के स्तर को पार कर लिया है.
बाजार में आई इस तेजी के लिए 4 अहम फैक्टर जिम्मेदार हैं. इसमें कच्चे तेल में नरमी और जून तिमाही के रिजल्ट बेहतर रहने की उम्मीद ने निवेशकों का सेंटीमेंट मजबूत किया है.
बेहतर तिमाही नतीजों की उम्मीद:
वित्त वर्ष 2019 की पहली तिमाही के नतीजों के आने की शुरुआत हो चुकी है. टाटा कंसल्टंसी सर्विसेज (TCS) ने इसकी शुरुआत करते हुए रिकॉर्ड प्रॉफिट दर्ज किया है. इससे निवेशकों को आगे भी बेहतर नतीजे आने की उम्मीद है.
शेयर बाजार में उछाल का दूसरा सबसे बड़ा कारण कच्चे तेल में नरमी आना है. बुधवार को ब्रेंट क्रूड की कीमतों में काफी ज्यादा गिरावट आई. बुधवार को ब्रेंट क्रूड में एक दिन में पिछले दो सालों में सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली है.
ब्रेंट क्रूड 5.46 डॉलर अथवा 6.9 फीसदी गिर कर 73.40 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा. फरवरी, 2016 के बाद इसमें एक दिन में आई यह सबसे बड़ी गिरावट थी. वहीं, यूएस क्रूड ऑइल की बात करें तो यह 5 फीसदी गिरकर 70.38 डॉलर प्रति बैरल पर आया.
ट्रेड वॉर की चिंता भारत के लिए हुई कम:
यूनाइटेड स्टेट्स और चीन के बीच ट्रेड वॉर शुरू हो चुका है. इसका वैश्विक व्यापार पर असर पड़ना तय है. हालांकि वैश्विक कारोबार में भारत की हिस्सेदारी सिर्फ 2 फीसदी है. ऐसे में इस ट्रेड वॉर का भारत पर असर ना के बराबर पड़ेगा. इससे निवेशकों के बीच ट्रेड वॉर के असर को लेकर चिंता कम हुई है.
डॉलर के मुकाबले रुपये के 69 का स्तर छूने के बाद रुपया एक बार फिर संभलने लगा है. गुरुवार को शुरुआती कारोबार में रुपये ने मजबूती हासिल कर ली है. फिलहाल रुपया 19 पैसे बढ़कर 68.58 के स्तर पर पहुंच गया है. इसने भी बाजार को मजबूती देने का काम किया है.