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उतार-चढ़ाव के बाद बंद हुआ बाजार, सेंसेक्‍स 38,965 के नीचे

सेंसेक्स शुक्रवार को 18.17 अंक गिरकर 38,964 अंक पर जबकि निफ्टी 12.50 अंक फिसलकर 11,712.25 अंक पर बंद हुआ.

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सेंसेक्‍स 38,965 के नीचे
सेंसेक्‍स 38,965 के नीचे

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सप्‍ताह के आखिरी कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला. शुक्रवार को बढ़त के साथ शुरुआत के बाद सेंसेक्‍स 19 अंक गिरकर 38 हजार 954 के स्‍तर पर बंद हुआ जबकि निफ्टी करीब 13 अंक टूटकर 11, 715 के नीचे आ गया.बता दें कि गुरुवार को सेंसेक्स 51 अंक या 0.13 फीसदी की गिरावट के साथ 38, 981 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह निफ्टी भी 24 अंक या 0.20 फीसदी के नुकसान से 11,725 अंक पर बंद हुआ.

कारोबार के दौरान जिन शेयरों में बढ़त दर्ज की गई उनमें सबसे आगे भारती एयरटेल है. एयरटेल के शेयर 3 फीसदी से अधिक बढ़त के साथ बंद हुए जबकि आईसीआईसीआई बैंक और एनटीपीसी के शेयर करीब 1.50 फीसदी के करीब बढ़त के साथ बंद हुए. वहीं टीसीएस, एचयूएल, एचसीएल, टाटा स्‍टील, इन्‍फोसिस, बजाज फाइनेंस और एचडीएफसी के शेयर लाल निशान पर बंद हुए. टीसीएस के शेयर करीब 4 फीसदी तक टूट गए.

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इन कंपनियों के आए नतीजे

गोदरेज  

रोजमर्रा के इस्तेमाल के सामान बनाने वाली दिग्गज कंपनी गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (जीसीपीएल) का जनवरी-मार्च तिमाही में शुद्ध लाभ 51.53 फीसदी बढ़कर 935.24 करोड़ रुपये रहा. जीसीपीएल के मुताबिक कंपनी का वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ 617.19 करोड़ रुपये रहा था. वित्त वर्ष 2018- 19 की यदि बात की जाए तो कंपनी का शुद्ध लाभ 2,341.53 करोड़ रुपये हो गया जो कि इससे पिछले वर्ष 1,634.18 करोड़ रुपये रहा था.

सेंचुरी टेक्सटाइल्स

सेंचुरी टेक्सटाइल्स एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड (सीटीआईएल) का जनवरी-मार्च तिमाही में शुद्ध लाभ 227.62 करोड़ रुपये रहा. कि वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही में उसे 108.69 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था. सीटीआईल का कुल खर्च 765.38 करोड़ रुपये रहा.  इसी बीच कंपनी ने कहा है कि उसका परिणाम पिछले साल की जनवरी-मार्च तिमाही से तुलना योग्य नहीं है क्योंकि उसने 15 साल के लिए विस्कोज फिलामेंट यार्न कारोबार के प्रबंधन और संचालन का अधिकार ग्रासीम इंडस्ट्रीज को दिया है.

कॉग्निजेंट

सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी कॉग्निजेंट का शुद्ध मुनाफा मार्च में समाप्त तिमाही में 15 फीसदी गिर गया. कंपनी ने पूरे साल के लिए राजस्व वृद्धि दर का पूर्वानुमान भी घटा दिया. कंपनी ने कुछ ही महीने पहले इस साल राजस्व में 7-9 फीसदी की दर से वृद्धि का पूर्वानुमान व्यक्त किया था. कंपनी ने पहली तिमाही में खराब प्रदर्शन तथा वित्तीय सेवाओं एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में धीमी वृद्धि की आशंका को पूर्वानुमान में कटौती के लिये जिम्मेदार बताया है.

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नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड

सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड (एनएफएल) का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2018-19 में 27.89 फीसदी बढ़कर 295.08 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. रिकॉर्ड बिक्री के चलते कंपनी के मुनाफे में यह तेजी रही.  वित्त वर्ष 2017-18 में कंपनी का शुद्ध लाभ 212.76 करोड़ रुपये था.  नेशनल फर्टिलाइजर्स ने वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान 48.9 लाख टन यूरिया और अन्य उर्वरकों की बिक्री की.यह 2017-18 के मुकाबले 14 फीसदी अधिक है.

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