सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन गुरुवार को एक बार फिर भारतीय शेयर बाजार में रौनक देखने को मिली. सेंसेक्स दिन में कारोबार के दौरान एक समय 565 अंक तक चढ़ने के बाद अंत में 396.22 अंक या 1.03 फीसदी की बढ़त के साथ 38,989.74 अंक पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी भी 133.10 अंक यानी 1.22 फीसदी के लाभ से 11,573.30 अंक पर पहुंच गया.
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में वेदांता, महिंद्रा एंड महिंद्रा, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा स्टील, ओएनजीसी, मारुति, इंडसइंड बैंक, एलएंडटी, हीरो मोटोकॉर्प, बजाज फाइनेंस और कोटक बैंक 6.47 फीसदी तक के लाभ में रहे. वहीं दूसरी ओर कारोबार के अंत में यस बैंक, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचसीएल टेक, एचडीएफसी, एनटीपीसी, पावरग्रिड और टीसीएस के शेयर 4.93 प्रतिशत तक नीचे आ गए.
इससे पहले शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 250 अंक मजबूत होकर 38 हजार 800 अंक के पार हो गया तो वहीं निफ्टी में भी 75 अंकों की मजबूती दिखी और यह 11 हजार 550 के स्तर पर कारोबार करता दिखा. इस बीच, गुरुवार को रुपये की शुरुआत मजबूती के साथ हुई. डॉलर के मुकाबले रुपया 1 पैसे की मजबूती के साथ 71.02 के स्तर पर खुला. इससे पहले बुधवार को रुपया तीन पैसे टूटकर 71.04 प्रति डॉलर पर बंद हुआ.
बुधवार को बाजार का हाल
इससे पहले बुधवार को शेयर बाजार में एक बार फिर बड़ी गिरावट देखने को मिली. कारोबार के दौरान सेंसेक्स 586 अंक तक लुढ़कने के बाद अंत में 503.62 अंक यानी 1.29 फीसदी लुढ़ककर 38,593.52 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह निफ्टी भी 148 अंक यानी 1.28 फीसदी गिरकर 11,440.20 अंक पर बंद हुआ.
क्या रही गिरावट की वजह
दरअसल, अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता नैंसी पेलोसी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की औपचारिक जांच प्रक्रिया की शुरुआत की घोषणा की है. इस खबर के बाद वैश्विक बाजारों में निवेशकों की चिंता बढ़ गई है. इसके अलावा डोनाल्ड ट्रंप द्वारा संयुक्त राष्ट्र में चीन के खिलाफ दबाव बढ़ाने से भी शेयर बाजार प्रभावित हुए. वहीं एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने वैश्विक नरमी को देखते हुए चालू वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 6.50 फीसदी कर दिया. इस फैक्टर की वजह से भी भारतीय बाजार में गिरावट आई.