ग्लोबल बाजारों से मिल रहे निगेटिव संकेतों और आर्थिक सुस्ती की वजह से शेयर बाजार दबाव में है. सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स और निफ्टी की बड़ी गिरावट के साथ शुरुआत हुई. शुरुआती मिनटों के कारोबार में निफ्टी 65 अंक टूटकर 10700 के नीचे 10,676.55 के स्तर पर आ गया. बीते 20 फरवरी के बाद पहली बार निफ्टी 10700 के नीचे आया है. वहीं, सेंसेक्स 300 अंक टूटकर 36,100 के स्तर पर आ गया. बाजार के जानकारों के मुताबिक किसी भी वक्त सेंसेक्स 36 हजार के नीचे आ सकता है.
शुरुआती कारोबार में यस बैंक के शेयर में 8 फीसदी तक की तेजी आई. इससे पहले गुरुवार को यस बैंक के शेयर 13.91 फीसदी की गिरावट के साथ 56.30 रुपये पर बंद हुए. कारोबार के दौरान बैंक के शेयर भाव टूटकर 52 हफ्ते के लो लेवल पर पहुंच गए थे. बता दें कि बीते तीन कारोबारी दिन में बैंक के शेयर 20 फीसदी से अधिक लुढ़के हैं.
शुक्रवार को यस बैंक के अलावा टीसीएस, वेदांता, हीरो मोटो, इन्फोसिस, एचसीएल और टेक महिंद्रा के शेयर भी बढ़त के साथ कारोबार करते देखे गए. गिरावट वाले शेयरों की बात करें तो इंडसइंड बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, मारुति, कोटक बैंक, आईटीसी और बजाज फाइनेंस शामिल हैं. इस बीच, शुक्रवार को रुपये की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई. डॉलर के मुकाबले रुपया आज 11 पैसे की कमजोरी के साथ 71.92 के स्तर पर खुला.
गुरुवार को बाजार का हाल
इससे पहले गुरुवार को चौतरफा बिकवाली से शेयर बाजार में गिरावट दर्ज की गई. कारोबार के अंत में सेंसेक्स 587.44 अंक यानी 1.59 फीसदी के नुकसान से 36,472.93 अंक पर आ गया. कारोबार के दौरान यह 36,391.35 अंक से 37,087.58 अंक के दायरे में रहा. वहीं निफ्टी भी 177.35 अंक यानी 1.62 फीसदी के नुकसान से 10,741.35 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 10,718.30 अंक के निचले स्तर तक भी गया जबकि 10,908.25 अंक का उच्चस्तर भी छुआ.
ये रही वजह
गुरुवार को बाजार में हाहाकार की सबसे बड़ी वजह मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम है. दरअसल, उन्होंने प्राइवेट सेक्टर को खुद ही आर्थिक सुस्ती से निपटने की सलाह दी है. इसके अलावा रुपये में भी कमजोरी ने भी बाजार को प्रभावित किया. बता दें कि रुपया अपने आठ माह के निचले स्तर पर आ गया है.