scorecardresearch
 

शेयर बाजार की सपाट शुरुआत, सेंसेक्‍स 38,700 के स्‍तर पर

चुनावी माहौल में देश के शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर देखने को मिल रहा है.

Advertisement
X
सेंसेक्‍स 38,700 के स्‍तर पर
सेंसेक्‍स 38,700 के स्‍तर पर

Advertisement

देश में आम चुनाव के लिये मतदान की शुरुआत और कंपनियों के तिमाही नतीजे आने से पहले देश के शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. सोमवार को सेंसेक्‍स लाल निशान पर बंद हुआ तो वहीं मंगलवार को शुरुआती कारोबार में सपाट चाल रही. कारोबार के शुरुआती मिनटों में सेंसेक्‍स में 20 अंकों की मामूली बढ़त दर्ज की गई और यह 38,700 के स्‍तर पर रहा. वहीं निफ्टी  25 अंकों की बढ़त के साथ 11,620 के स्‍तर पर है.  बता दें कि सोमवार को सेंसेक्स शुरुआती उतार- चढ़ाव के बाद 161.70 अंक के नुकसान से अंत में 38,700.53 अंक पर बंद हुआ जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 61.45 अंक टूटकर 11,604.50 अंक पर रहा.  

यह फैक्‍टर करेगा काम

बाजार के जानकारों के मुताबिक कंपनियों के तिमाही नतीजों और आम चुनाव के लिए मतदान शुरू होने पर बाजार में मुनाफावसूली का सिलसिला देखने को मिल सकता है.  देश की दो प्रमुख सॉफ्टवेयर निर्यातक कंपनियों टीसीएस और इन्फोसिस द्वारा शुक्रवार को तिमाही नतीजों की घोषणा की जाएगी. इसके अलावा लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल को होगा. सात चरणों में होने वाले मतदान के बाद 23 मई को मतगणना होगी.

Advertisement

एचडीएफसी बैंक की  50,000 करोड़ जुटाने की योजना

मंगलवार के कारोबार में निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक के शेयर में बढ़त दर्ज की गई. बैंक की योजना चालू वित्त वर्ष में निजी नियोजन के जरिये बांड जारी कर 50,000 करोड़ रुपये जुटाने की है. बैंक ने कहा, ‘‘बैंक का निदेशक मंडल 20 अप्रैल की बैठक में इस प्रस्ताव पर विचार करेगा.’’बंबई शेयर बाजार में एचडीएफसी बैंक का शेयर सोमवार को 0.56 फीसदी के नुकसान से 2,288.90 रुपये पर बंद हुआ.

डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट

आयातकों की ओर से अमेरिकी मुद्रा की मांग आने से रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले 6 पैसे गिरकर 69.73 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया.सोमवार को रुपया 44 पैसे गिरकर 69.67 रुपये प्रति डॉलर पर रहा था. मुद्रा डीलरों ने कहा कि अन्य प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में मजबूती और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से रुपये पर दबाव रहा. जबकि घरेलू शेयर बाजार की शुरुआती बढ़त ने रुपये की गिरावट को थामने का प्रयास किया. 

Advertisement
Advertisement