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लाल निशान पर बंद हुआ बाजार, सेंसेक्‍स में 50 अंक की गिरावट

गुरुवार को सेंसेक्‍स और निफ्टी में गिरावट का दौर देखने को मिला.कारोबार के दौरान सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा मोटर्स में सबसे अधिक 3.29 फीसदी की गिरावट आई.

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सेंसेक्‍स में 50 अंक की गिरावट
सेंसेक्‍स में 50 अंक की गिरावट

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उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में गुरुवार को शेयर बाजार मामूली गिरावट के साथ बंद हुए.  सेंसेक्स 50 अंक या 0.13 फीसदी की गिरावट के साथ 38,981 अंक पर बंद हुआ.  कारोबार के दौरान सेंसेक्स 300 अंक ऊपर नीचे हुआ.  कारोबार के दौरान सेंसेक्स ने 38,885 अंक का निचला स्तर और 39,190 अंक का उच्चस्तर भी छुआ.  इसी तरह निफ्टी भी 23.40 अंक या 0.20 फीसदी  के नुकसान से 11,724.75 अंक पर बंद हुआ.  कारोबार के दौरान निफ्टी 89.75 अंक के दायरे में ऊपर नीचे हुआ.  

कारोबार के दौरान सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा मोटर्स में सबसे अधिक 3.29 फीसदी की गिरावट आई. आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, इन्फोसिस, एचसीएल टेक, एक्सिस बैंक, टीसीएस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स, सनफार्मा, एसबीआई, टाटा स्टील और एनटीपीसी के शेयर 3.23 फीसदी टूटे. वहीं दूसरी ओर यस बैंक का शेयर सबसे अधिक 3.45 फीसदी सुधर गया.  पावरग्रिड, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, हीरो मोटोकॉर्प, बजाज ऑटो, भारती एयरटेल, बजाज फाइनेंस, कोटक बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एलएंडटी, वेदांता, आईटीसी, ओएनजीसी और मारुति के शेयर 1.88 फीसदी तक चढ़ गए.  

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कारोबारियों के मुताबिक अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने अपनी बेंचमार्क ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है. ऐसे में वैश्विक शेयर बाजारों में कमजोरी के रुख से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई.  

बंधन बैंक और एमआरएफ के नतीजे

निजी क्षेत्र के बंधन बैंक का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के दौरान 68 फीसदी बढ़कर 650.87 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. इससे पिछले वित्त वर्ष 2017-18 की समान तिमाही में बैंक ने 387.86 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था. तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 2,220.51 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष के दौरान 1,553.97 करोड़ रुपये रही थी. तिमाही के दौरान बैंक की शुद्ध ब्याज आय 45.60 फीसदी बढ़कर 1,258 करोड़ रुपये रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 864 करोड़ रुपये रही थी.

टायर क्षेत्र की प्रमुख कंपनी एमआरएफ का बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) का एकल शुद्ध लाभ 14.91 फीसदी घटकर 293.83 करोड़ रुपये पर आ गया. इससे पिछले वित्त वर्ष 2017-18 की समान तिमाही में कंपनी ने 345.32 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था. पूरे वित्त वर्ष 2018-19 में कंपनी का शुद्ध लाभ 1,096.87 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 1,092.28 करोड़ रुपये था.

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डाबर के मुनाफे में गिरावट

रोजमर्रा इस्तेमाल के सामान बनाने वाली प्रमुख घरेलू कंपनी डाबर इंडिया लिमिटेड का शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष की जनवरी-मार्च तिमाही में 6.46 फीसदी की गिरावट के साथ 371.49 करोड़ रुपये रहा.   इससे पिछले वित्त वर्ष 2017-18 की इसी तिमाही में कंपनी को 397.18 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था. हालांकि, वित्त वर्ष 2018-19 में डाबर का लाभ बढ़कर 1,446.25 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 2017-18 में यह आंकड़ा 1,357.74 करोड़ रुपये था. इसी तरह शराब बनाने वाली कंपनी रेडिको खेतान का शुद्ध लाभ 31 मार्च, 2019 को समाप्त बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 14.24 फीसदी बढ़कर 39.05 करोड़ रुपये रहा.

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