भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के शेयर बाजार की हालत सोमवार को एक बार फिर खराब स्थिति में पहुंच गई. सप्ताह के पहले कारोबारी दिन पाकिस्तान शेयर बाजार के बेंचमार्क कराची स्टॉक एक्सचेंज (KSE100) में कारोबार के दौरान 800 अंक से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई.
पाकिस्तान के अखबार डॉन के मुताबिक, पाकिस्तान का बाजार 155 अंक लुढ़क कर 33,250 पर बंद हुआ. इससे पहले शुक्रवार को भी पाकिस्तान के शेयर बाजार में करीब 800 अंकों की फिसलन दर्ज की गई. इस बीच पाकिस्तानी रुपये में भी कमजोरी बरकरार है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी रुपया 149.25 प्रति डॉलर पर है. यह एशिया की 13 प्रमुख करेंसी में सबसे कमजोर बन गई है.
क्या है गिरावट की वजह
बीते दिनों पाकिस्तान सरकार की अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के साथ 6 अरब डॉलर के राहत पैकेज पर शुरुआती सहमति बनी है.इसके बाद स्थानीय मीडिया में आईएमएफ की शर्तें को लेकर अटकलें लगाई जा रही है. यही वजह है कि निवेशकों में एक डर का माहौल बना हुआ है.
इस बीच यह भी खबर आ रही है कि स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ब्याज दरों में 2 फीसदी तक बढ़ोतरी कर सकता है. इस फैसले से महंगाई पर कंट्रोल तो हो सकता है लेकिन इंडस्ट्री के लिए कर्ज लेना महंगा हो जाएगा. ऐसे में कंपनियों पर इसका निगेटिव असर होगा. फिलहाल पाकिस्तान के हालात को देखते हुए 2008 के आर्थिक मंदी से तुलना हो रही है.
भारतीय बाजार का क्या हाल
भारतीय शेयर की बात करें तो सोमवार को सेंसेक्स 1,421.90 अंक की छलांग के साथ 39,352.67 अंक पर जबकि निफ्टी 421.10 अंक चढ़कर 11,828.25 अंक पर बंद हुआ. एग्जिट पोल के नतीजों में मोदी सरकार की वापसी के संकेत मिलने की वजह से शेयर बाजार में उत्साह का माहौल रहा.