आर्थिक वृद्धि को लेकर केन्द्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) के अनुमान से नाखुश वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत मिल रहे हैं और चालू वित्त वर्ष में वृद्धि दर 5.5 प्रतिशत रहने की संभावना है.
उन्होंने कहा कि अगले वित्त वर्ष 2013.14 में आर्थिक वृद्धि दर और बढ़कर 6 से 7 प्रतिशत तक रह सकती है. छोटे खुदरा निवेशकों को शेयर बाजार में निवेश के लिये प्रोत्साहित करने के वास्ते यहां राजीव गांधी इक्विटी बचत योजना का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा, ‘यद्यपि सीएसओ द्वारा जारी किए गए 5 प्रतिशत की वृद्धि दर का अनुमान कम है और यह एक चिंता का कारण है. हमारा मानना है कि वृद्धि दर सीएसओ के अनुमान से बेहतर. 5.5 प्रतिशत रहेगी.’
वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि सीएसओ का 5 प्रतिशत का अनुमान दशक का सबसे निचला स्तर नहीं है. ‘यह 2000-01 और 2002-03 के दो रिकार्ड निम्न स्तरों से अब भी ऊपर है. अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत मिल रहे हैं और यह हमें तेजी के पथ पर वापस ले जाएगें.’ चिदंबरम ने आगे कहा, ‘हमें बिना किसी कारण के अपने कामकाज और रिकार्ड को क्यों नीचा दिखाना चाहिए. मुझे इस बात में कोई संदेह नहीं है कि हम मुश्किल दौर से बाहर निकलेंगे और अगले साल छह-सात प्रतिशत की वृद्धि दर पर वापस लौटेंगे.’
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) ने चालू वित्त वर्ष के लिये जारी आर्थिक वृद्धि के अग्रिम अनुमान में वर्ष के दौरान 5 प्रतिशत रहने की घोषणा की है. वित्त मंत्रालय ने यह कहते हुए तीखी आलोचना की है कि यह अनुमान नवंबर तक के आंकड़ों पर आधारित है और इसमें सुधार के संकेतों को नजरअंदाज किया गया है.