रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने भारत की विकास दर के अनुमान में कमी की है. स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने मौजूदा कारोबारी साल यानी अप्रैल 2012 से मार्च 2013 के बीच देश की विकास दर के साढ़े पांच फीसदी रहने का अनुमान जताया है.
पिछले हफ्ते रिटेल में एफडीआई को मंजूरी समेत सरकार ने पॉलिसी के मोर्चे पर कई बड़े फैसले लिए हैं. इसके बावजूद एसएंडपी ने जीडीपी अनुमान घटाने का चौंकाने भरा फैसला लिया है.
इससे पहले रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने भी देश की विकास दर के अनुमान को साढ़े छह फीसदी से घटाकर साढ़े पांच फीसदी कर दिया था. एचएसबीसी भी जीडीपी के अनुमान में कमी जाहिर कर चुका है.