देश की दिग्गज आईटी कंपनी इन्फोसिस एक बार फिर विवादों की वजह से चर्चा में है. इस बीच, बुधवार को शुरुआती कारोबार में इन्फोसिस के शेयर भाव 1 फीसदी से अधिक टूट गए. वहीं यस बैंक के शेयर में 2 फीसदी से अधिक की तेजी दर्ज की गई. दरअसल, मीडिया में ऐसी खबरें चल रही हैं कि हीरो के चेयरमैन सुनील मुंजल और डीएसपी ग्रुप के फाउंडर हेमेंद्र कोठारी यस बैंक में स्टेक खरीदने को लेकर बातचीत कर रहे हैं. इस खबर का फायदा यस बैंक के शेयर भाव को मिला है.
फिर विवादों में इन्फोसिस का मैनेजमेंट
इन्फोसिस के मैनेजमेंट पर एक बार फिर गोपनीय पत्र के जरिए आरोप लगे हैं. इसमें कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सलिल पारेख के खिलाफ गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए निदेशक मंडल से कार्रवाई की मांग की गई है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक इस पत्र में कहा गया है, ‘‘ कंपनी का कर्मचारी और शेयरधारक होने के नाते मुझे लगता है कि यह मेरा कर्तव्य है कि कंपनी के मौजूदा सीईओ सलिल पारेख द्वारा की जा रही गड़बड़ियों की ओर आपका ध्यान आकर्षित किया जा सके. मुझे उम्मीद है कि आप इन्फोसिस की सही भावना से अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे और कर्मचारियों तथा शेयरधारकों के पक्ष में कदम उठाएंगे. कंपनी के कर्मचारियों और शेयरधारकों में आपको लेकर काफी भरोसा है. ’’
मुंबई से काम कर रहे पारेख
पत्र में कहा गया है कि विशाल सिक्का के जाने के बाद कंपनी के नए सीईओ की खोज के लिए अनुबंधित की गयी कंपनी ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि यह पद बेंगलुरु के लिए होगा. ‘‘सलिल पारेख को कंपनी में आए क साल और आठ महीने हो गए हैं, लेकिन अब भी वह मुंबई से कामकाज कर रहे हैं. नए सीईओ का नाम छांटने और उसका चयन करते समय जो मूल शर्त रखी गई थी यह उसका उल्लंघन है. ’’
शिकायत में कहा गया है, ‘‘कंपनी के निदेशक मंडल को सीईओ को बेंगलुरु जाने से कहने के लिए कौन रोक रहा है? पत्र में कहा गया है कि सीईओ अभी तक बेंगलुरु से काम नहीं संभाल रहे हैं. ऐसे में वह महीने में कम से कम दो बार बेंगलुरु से मुंबई जाते है. इससे उनके विमान किराये और लोकल परिवहन की लागत 22 लाख रुपये बैठती है.
पत्र में कहा गया है, ‘‘हर महीने चार बिजनेस श्रेणी के टिकट, साथ में मुंबई में घर से हवाई अड्डे तक ‘ड्रापिंग’ और बेंगलुरु हवाई अड्डे से ‘पिकअप’. वापसी यात्रा के दौरान भी ऐसा होता है. अगर सीईओ को बेंगलुरु नहीं भेजा जाता है तो सभी खर्च सीईओ के वेतन से वसूल किया जाना चाहिए. ’’ बता दें कि कुछ सप्ताह पहले इन्फोसिस के अंदर के ही कर्मचारियों के एक समूह ने कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ अनुचित व्यवहार का आरोप लगाया था जिसकी जांच चल रही है.
बुधवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में उतार-चढ़ाव देखने को मिला. सुबह 9.30 बजे सेंसेक्स 35 अंक की तेजी के साथ 40,380 अंक के स्तर पर कारोबार करता दिखा. वहीं निफ्टी में 15 अंक की तेजी रही और यह 11 हजार 940 के स्तर पर रहा. इससे पहले मंगलवार को गुरु नानक जयंती के अवसर पर अवकाश होने के कारण देश के शेयर बाजार एवं कमोडिटी वायदा बाजार में कारोबार नहीं हुआ.
रुपया दो माह के निचले स्तर पर
इस बीच, रुपये की चाल सुस्त पड़ गई है. डॉलर के मुकाबले रुपया बुधवार को पिछले सत्र से 29 पैसे की कमजोरी के साथ 71.75 रुपये प्रति डॉलर पर खुला जोकि करीब दो महीने के निचले स्तर पर चला गया. इससे पहले 17 सितंबर को एक डॉलर का हाजिर भाव 71.97 रुपये था. पिछले सत्र में डॉलर के मुकाबले रुपया करीब एक महीने के निचले स्तर पर 71.46 पर बंद हुआ था.