धन कुबेरों पर 10 प्रतिशत के अतिरिक्त कर और मोबाइल, सिगरेट व एसयूवी पर ज्यादा शुल्क लगाए जाने से 2013-14 में सरकारी खजाने में 18,000 करोड़ रुपये जुटाए जाएंगे.
वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने अपने बजट भाषण में कहा ‘प्रत्यक्ष कर से जुड़े कर प्रस्तावों से 13,300 और प्रत्यक्ष कर प्रस्तावों के जरिए 4,700 करोड़ रुपये जुटाए जाने का प्रावधान है.’ प्रत्यक्ष कर से जुड़े बजट प्रस्ताव के अंग के तौर पर जिस व्यक्ति (कंपनी को छोड़कर) की कराधान योग्य आय एक करोड़ रुपए से अधिक है उन पर 10 प्रतिशत अधिभार लगाया.
इसके अलावा जिन घरेलू कंपनियों की काराधान योग्य आय 10 करोड़ रुपये से अधिक है उन पर अतिरिक्त कर दोगुना कर 10 प्रतिशत कर दिया गया है. विदेशी कंपनियों के मामले में यदि आय 10 करोड़ रुपए से अधिक है तो अतिरिक्त कर बढ़ाकर पांच प्रतिशत कर दिया गया जो पहले दो प्रतिशत था.
ये अतिरिक्त कर साल भर में लगाए जाएंगे. हालांकि शिक्षा उपकर तीन प्रतिशत पर बरकरार रहेगा.
इसी तरह वित्त मंत्री ने दो लाख से पांच लाख रुपये तक के स्लैब वाले करदाताओं को 2,000 रुपये की कर राहत का प्रावधान किया है.
अप्रत्यक्ष कर के तौर पर वित्त मंत्री ने एसयूवी पर उत्पाद शुल्क 27 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत कर दिया. इधर 2,000 रुपये से अधिक के मोबाइल फोन पर उत्पाद शुल्क एक प्रतिशत से बढ़ाकर छह प्रतिशत कर दिया.
सिगरेट मंहगी होगी क्योंकि इस पर उत्पाद शुल्क में करीब 18 फीसद तक बढ़ोतरी की गई है. सिगार और सिगारिटों पर भी उत्पाद शुल्क में इतनी ही वृद्धि की गई है.