अंडमान और निकोबार पर पिछले हफ्ते दस्तक दे चुका दक्षिण-पश्चिमी मानसून ने गुरुवार को श्रीलंका पहुंच गया है. हालांकि मौसम विभाग के आकलन के उलट मानसून की रफ्तार सुस्त है. वहीं पिछले शनिवार को मानसून ने अंडमान और निकोबार को अपनी चपेट में लिया था और मौसम विभाग ने उम्मीद जताई थी कि अगले कुछ दिनों में मानसून पूरी तरह से बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हो जाएगा.
मौसम विभाग का आंकलन था कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है जिसके चलते खाड़ी क्षेत्र में मानसून का आगमन जल्दी हो जाएगा. हालांकि बुधवार को मौसम विभाग को अपने इस आंकलन को वापस लेना पड़ा.
ऑस्ट्रेलियाई मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून को वायुमण्डल के ऊपरी सतहों से सपोर्ट नहीं मिल पा रहा है जिसके चलते मानसून के केरल तटों पर पहुंचने की स्थिति अभी साफ नहीं हो रही है.
मौसम विभाग का ताजा अनुमान है कि श्रीलंका में दस्तक देने को बाद अब जल्द ही मानसून केरल के तटीय इलाकों पर दस्तक दे देगा. आमतौर पर दक्षिण-पश्चिमी मानसून को अंडमान और निकोबार पहुंचने के बाद केरल के तटों तक पहुंचने में 10 से 12 दिन लगते हैं. वहीं श्रीलंका पहुंचने के महज 2-3 दिनों के भीतर करेल के तटीय इलाकों पर मानसून सक्रिय हो जाता है.