टाटा मोटर्स ने गुजरात के सानंद स्थित छोटी कार नैनो का प्लांट बंद कर दिया है. इस कार की घटती मांग और बढ़ते भंडार के कारण कंपनी को ऐसा करना पड़ा है. यह खबर आर्थिक पत्र 'द इकोनॉमिक टाइम्स' ने दी है. पत्र के मुताबिक यह प्लांट 35 से 40 दिनों तक बंद रहेगा.
नैनो की मांग कंपनी की उम्मीदों के अनुसार न होने के कारण उसका भंडार बड़ा होता चला गया. सैकड़ों गाड़ियां यहां के अहाते में खड़ी हैं. कंपनी ने पिछले महीने से इस प्लांट की क्षमता घटानी शुरू कर दी थी और वहां 2-3 दिन ही उत्पादन का काम होता रहा. कंपनी हर महीने 2,000 से 2,400 कारें हर महीने बना रही थी लेकिन अब उसने फैसला कर लिया है कि वह उत्पादन नहीं करेगी. यह पूरा महीना यह प्लांट बंद रहेगा.
वैसे कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह प्लांट वार्षिक मेंटेनेंस के कारण बंद हो रहा है. इसमें 3 से 6 हफ्ते लगेंगे. लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस तरह मेंटेनेंस में इतना वक्त तो नहीं लगता और बात यह नहीं है.
इस प्लांट में ढाई लाख नैनौ कारें बन सकती हैं लेकिन पिछले साल महज 21,538 कारें बिकीं. इस कारण यहां कारों का बड़ा जखीरा जमा हो गया. नैनो के सीएनजी संस्करण में भी लोगों ने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. इससे भी बिक्री नहीं बढ़ी.
2,000 करोड़ रुपये की लागत से बने इस प्लांट में टाटा मोटर्स अपनी नई कार काइट के उत्पादन की तैयारी कर रही है. इसके अलावा उसकी नई सेडान भी यहीं बनेगी.