देश की सबसे बड़ी साफ्टवेयर सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने 30 जून, 2015 को समाप्त हुई पहली तिमाही में अपने एकीकृत शुद्ध लाभ में महज 2.08 फीसदी की वृद्धि दर्ज की. इस दौरान, कंपनी को 5,684 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ.
हालांकि, जापानी एवं लातिनी अमेरिकी बाजारों से मुश्किलों के चलते कंपनी की आय , बाजार अनुमान से थोड़ी कम रही. इसी अवधि में कंपनी की एकीकृत आय भारतीय गैप लेखा मानकों के तहत 25,668 करोड़ रुपये रही जो पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले 16.08 फीसदी अधिक है, जबकि जनवरी-मार्च तिमाही की तुलना में छह फीसदी अधिक है.
पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में कंपनी की आय 22,111 करोड़ रुपये रही थी. आईएफआरएस प्रणाली के तहत कंपनी की आय तिमाही दर तिमाही आधार पर 3.5 फीसदी बढ़कर 4.03 अरब डालर रही जो बाजार के चार प्रतिशत की वृद्धि के अनुमान से थोड़ी कम है.
जापान और लैटिन अमेरिका बाजारों में मुश्किलें बढ़ी
गौरतलब है कि टाटा समूह की कंपनी को जापानी और लातिनी अमेरिकी बाजारों में मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. साथ ही कंपनी को ब्रिटेन की कंपनी डिलिजेंटा के अधिग्रहण के चलते आय में ढ़ाई करोड़ डालर की कमी झेलनी पड़ी. कंपनी के तिमाही नतीजों के बारे में टीसीएस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक एन. चन्द्रशेखरन ने कहा कि यदि यह कमी न हुई होती तो कारोबार में वृद्धि बाजार के चार फीसदी के अनुमान को छू गई होती.
चन्द्रशेखरन ने कहा कि डिलिजेंटा को बहाल होने में कुछ और तिमाहियां लगेंगी, जबकि जापान में कंपनी अपने स्थानीय साझीदार मित्सुबिशी के साथ एकीकरण की प्रक्रिया में है जिसमें समय लग रहा है.