चुनौतियों के बीच प्रणव मुखर्जी की ओर से पेश बजट को अच्छा प्रयास करार देते हुए भाजपा से निष्काषित पूर्व वित्त मंत्री जसवंत सिंह ने कहा कि बजट में वाकआउट करने जैसी कोई बात नहीं थी.
बजट के बाद जसवंत सिंह ने हालांकि कहा कि बजट में कृषि और पेयजल की कमी जैसे विषयों पर थोड़ा कम ध्यान दिया गया है. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा ‘आप संसद में ही गाड़ियों को देखें तो कुछ गाड़ियों की कीमत एक करोड़ रूपये तक है. अब अगर डीजल पर एक रूपया बढ़ाया जाता है तो इन्हें क्या फर्क पड़ता है.’
जसवंत सिंह ने कहा ‘बजट के प्रति इतनी आपत्ति समझ से परे है. जब देश में 76 प्रतिशत हाइड्रोकार्बन का आयात किया जाता है तो समय के साथ इसकी कीमतों में उतार चढ़ाव तो आयेगा ही. राजग सरकार के समय में ऐसा हुआ था.’