देश भर में ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का आज पांचवा दिन है. आंदोलन कर रहे ट्रक संचालकों के शीर्ष संगठन एआईएमटीसी और सरकार के बीच गतिरोध से देश के विभिन्न भागों में सामान की ढुलाई प्रभावित हुयी है. समाधान के लिए मौजूदा टोल सिस्टम को खत्म करने की मांग कर रहे ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) के प्रतिनिधियों की सोमवार शाम सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात होने वाली है.
एआईएमटीसी के अध्यक्ष भीम बाधवा ने को बताया, ‘हम शाम सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री से मुलाकात करेंगे. हमें कुछ सकारात्मक समाधान की उम्मीद है. जैसा समाधान निकलता है उस आधार पर हम अपनी कार्यकारणी समिति की बैठक बुलाएंगे जिसमें यह फैसला किया जाएगा कि हड़ताल आगे जारी रखी जाए या नहीं.’
सरकार ने देश भर में दिसंबर से इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शनल सिस्टम का प्रस्ताव दिया है लेकिन ट्रक संचालकों का दावा है कि यह एक व्यवहारिक समाधान नहीं है क्योंकि इस संबंध में एक परीक्षण परियोजना असफल हो चुकी है. मौजूदा टोल सिस्टम को खत्म करने की मांग के साथ ही एआईएमटीसी करों की एक बार अदायगी और टीडीएस प्रक्रिया के सरलीकरण की भी मांग कर रहा है. संगठन का कहना है कि मौजूदा टोल सिस्टम से ट्रक चालकों को परेशान भी किया जाता है.
गडकरी ने पहले कहा था, ‘सरकार टोल खत्म नहीं कर सकती क्योंकि करीब 325 टोल बूथ का आधा निजी क्षेत्र से संबंधित है जिसके लिए सरकार पर दो-तीन लाख करोड़ रुपये का दावा बन सकता है.’ एआईएमटीसी का दावा है कि पांच दिनों में ट्रक चालकों को 7,500 करोड़ रुपये का घाटा हुआ होगा जबकि सरकार को 50,000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो सकता है.
इनपुट : भाषा