scorecardresearch
 

टिकटॉक के बाद चीनी कंपनी अलीबाबा! ट्रंप बोले- बैन पर कर रहे विचार

ट्रंप ने अपने कार्यकाल में अमेरिकी-चीन व्यापारिक रिश्तों में आमूल-चूल परिवर्तन को अपना लक्ष्य बनाया है. अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं, इसे लेकर भी वहां की घरेलू राजनीति का तापमान भी बढ़ गया है. चीन के साथ अमेरिका के व्यापारिक और सामरिक रिश्ते कैसे हों, इस पर अमेरिकी समाज में लगातार बहस हो रही है.

Advertisement
X
चीनी कंपनी अलीबाबा
चीनी कंपनी अलीबाबा

Advertisement

  • अमेरिका-चीन में बढ़ी रार, अलीबाबा को भी बैन करने पर विचार
  • दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में शुमार है अलीबाबा
अमेरिका और चीन की सियासी अदावत बढ़ती ही जा रही है. शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक को अमेरिका से बोरिया बिस्तर समेटने को कहने के बाद अब राष्ट्रपति ट्रंप की नजर चीन की दिग्गज कंपनी अली बाबा पर है. राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि वे अब इस पर विचार कर रहे हैं कि क्या अलीबाबा को अमेरिका में बैन किया जाना चाहिए.

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब राष्ट्रपति ट्रंप से पूछा गया कि क्या वे दूसरी चीनी कंपनियों जैसे कि अलीबाबा पर भी प्रतिबंध की तैयारी कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि हां हम इस पर विचार कर रहे हैं.

बता दें अमेरिका और चीन के बीच चल रहे टकराव के बीच यूएस ने टिकटॉक चलाने वाली कंपनी बाइटडांस को 90 दिनों के अंदर अमेरिका से अपने ऑपरेशन्स समेटने को कहा है.

Advertisement

पढ़ें- TikTok को अमेरिका और कुछ और देशों के लिए खरीदने की तैयारी में माइक्रोसॉफ्ट

अब अलीबाबा पर प्रतिबंध की तैयारी इस कड़ी में दूसरे नंबर पर है. इन प्रतिबंधों के पीछे अमेरिका तर्क दे रहा है कि उसे अपने नागरिकों के निजी डाटा को लेकर चिंता है जो चीनी कंपनियां हैंडल कर रही हैं. चीन पर आरोप लगता रहा है कि इस विशाल डाटा का वो गैर व्यावसायिक इस्तेमाल कर रहा है. इस विषय पर अमेरिका और चीन के बीच लंबे समय से तनातनी चलती आ रही है.

पढ़ें- भारत में फिर से होगी TikTok की एंट्री! रिलायंस खरीद सकता है कारोबार

बता दें कि ट्रंप ने अपने कार्यकाल में अमेरिकी-चीन व्यापारिक रिश्तों में आमूल-चूल परिवर्तन को अपना लक्ष्य बनाया है. अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं, इसे लेकर भी वहां की घरेलू राजनीति का तापमान बढ़ गया है. चीन के साथ अमेरिका के व्यापारिक और सामरिक रिश्ते कैसे हों, इस पर अमेरिकी समाज में लगातार बहस हो रही है.

Advertisement
Advertisement