अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा को कारोबारी,सामरिक और अन्य कई तरह के क्षेत्र में सहयोग के लिहाज से काफी सार्थक बताया है.
गौरतलब है कि प्रेसिडेंट ट्रंप 24-25 फरवरी की दो दिवसीय भारत यात्रा पर आए थे और इस दौरान दोनों देशों के बीच कई तरह के समझौते हुए थे.
क्या कहा विदेश मंत्रालय ने
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के दक्षिण एवं मध्य एशिया मामलों के विभाग (SCA) ने ट्वीट कर कहा कि भारत की उनकी इस यात्रा ने साझा लक्ष्यों को आगे बढ़ाया है और ऊर्जा, डिफेंस, जनता से जनता के रिश्तों और हिंद-प्रशांत सहयोग जैसे प्रमुख क्षेत्रों में आगे सहयोग का मार्ग प्रशस्त किया है.
ऊर्जा के क्षेत्र में प्रगतिExcellent progress made this week in #USIndia partnership. @POTUS's trip to #India advanced shared goals and paved the way for further cooperation in key areas like energy, defense, people-to-people ties and #IndoPacific coordination. AGW pic.twitter.com/0T1CLWdjvP
— State_SCA (@State_SCA) February 27, 2020
विदेश मंत्रालय ने कहा, 'भारत-अमेरिका ऊर्जा साझेदारी में काफी प्रगति हुई है और भारत के सामरिक पेट्रोल भंडार को विकसित करने की दिशा में कदम उठाए गए हैं. इसके तहत सौर एवं पवन ऊर्जा के क्षेत्र में करीब 60 करोड़ डॉलर का निवेश किया जाएगा. हम न्यूक्लियर सहित अन्य अमेरिकी ऊर्जा सप्लायर के साथ भारतीय कंपनियों के लगातार संपर्क बनाए रखने के लिए काम करेंगे, ताकि उनमें बड़े समझौते हो सकें. निजी क्षेत्रों की साझेदारी से दोनों देशों की इकोनॉमी मजबूत होगी.'
मंत्रालय ने कहा कि करीब 3 अरब डॉलर के रक्षा खरीद सौदे से एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र की रक्षा होगी तथा दोनों देश अपने संप्रभुता की रक्षा कर सकेंगे.
जनता से जनता का बढ़ा संवाद
एससीए ने कहा कि दोनों देशों के बीच जनता से जनता के बीच रिश्ता पहले से अब काफी मजबूत है. हमारे कांग्रेस के प्रतिनिधि और सांसद पहली बार अप्रैल महीने में एक-दूसरे के देश की यात्रा पर जा रहे हैं. हम अब ज्यादा भारतीय स्टूडेंट्स का अमेरिका में स्वागत करना चाहेंगे.
अमेरिकी हितों के लिहाज से देखें तो US प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप का भारत दौरा हर तरह से पॉजिटिव साबित हुआ है. अमेरिका ने भारत से 3 अरब डॉलर का बड़ा डिफेंस डील करने में कामयाबी हासिल की. इस बार कोई बड़ी ट्रेड डील नहीं हो पाई, लेकिन कई छोटी-छोटी डील अमेरिका के लिए फायदेमंद है. साथ ही राष्ट्रपति ट्रंप ने टैरिफ और 5 जी जैसे मसलों पर बेबाकी से अमेरिकी हितों को आगे बढ़ाने में कोताही नहीं की.