केजरीवाल सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. कभी विधायक बगावत कर देते हैं तो कभी दिल्ली सरकार के कॉन्टेक्ट कर्मचारी हड़ताल पर बैठ जाते हैं. इस बार दिल्ली सरकार की मुसीबत बढ़ाई है फल और सब्जी व्यापारियों ने. केजरीवाल सरकार के खिलाफ आज से दिल्ली के फल और सब्जी व्यापारियों की हड़ताल है.
सब्जी मंडी यूनियन की नाराजगी दिल्ली सरकार और कृषि बोर्ड के खिलाफ है. सब्जी मंडी यूनियन को फिलहाल किसानों से मंडी में सब्जी बेचने के लिए 6 फीसदी कमीशन मिलता है. नए नियमों के मुताबिक अब यूनियन को ये रकम मंडी के उपभोक्ताओं से मिलनी है. मंडी यूनियन को फिक्र सता रही है कि उपभोक्ताओं पर बोझ बढ़ा तो कारोबार पर असर पड़ेगा.
मंडी के व्यापारियों का ये भी कहना है कि किसान सीधे मंडी में अपनी सब्जियां नहीं बेचते. लिहाजा सरकार के इस नए नियम से किसानों को कोई फायदा नहीं होने वाला. वजह चाहे जो भी हो लेकिन सब्जी मंडी में हड़ताल हुई तो उसका असर पूरी दिल्ली में सब्जियों की सप्लाई पर पड़ेगा. सब्जियां सिर्फ महंगी ही नहीं होंगी बल्कि आपके गली मोहल्लों में ताजी सब्जियां भी नहीं दिखाई देंगी.
ऐसे में राजधानी में आज से सब्जियों की किल्लत हो सकती है. कमीशन पर सरकारी नीति के विरोध में आजादपुर सब्जी मंडी के कई व्यापारी आज से बेमियादी हड़ताल पर जा चुके हैं. हालांकि कई व्यापारी इस हड़ताल का विरोध कर रहे हैं. सरकार और मंडी व्यापारियों के बीच इस खींचतान का असर आम आदमी पर पड़ेगा. राहत की बात ये है कि ओखला मंडी में हड़ताल नहीं है.