अमेरिकी रिटेलर कंपनी वॉलमार्ट फ्लिपकार्ट के साथ डील करने को लेकर एक बार फिर चर्चा में है. 11 साल पहले 2007 में वॉलमार्ट की भारत में इसी तरह चर्चा जोरों पर थी. यह वही साल था, जब वॉलमार्ट ने भारत में पहली बार अपने कदम रखे.
वॉलमार्ट ने भारती इंटरप्राइजेस के साथ मिलकर भारत में 2007 में अपने कारोबार की शुरुआत की थी. इसके बाद मई 2009 में अमृतसर (पंजाब) में अपना पहला स्टोर खोला था. इसके बाद वॉलमार्ट इंडिया 2014 में वॉलमार्ट इंक की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी बन गई. मौजूदा समय में वॉलमार्ट भारत में 21 ओमनी चैनल कैश एंड कैरी स्टोर्स ऑपरेट करती है.
वॉलमार्ट के भारत में 21 कैश एंड कैरी स्टोर्स हैं. ये स्टोर बेस्ट प्राइस मॉर्डन होलसेल स्टोर (बेस्ट प्राइस ) के नाम से चलते हैं. ये स्टोर देश के 9 राज्यों में हैं. वॉलमार्ट इंडिया की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक भारत में फिलहाल उसका कारोबार मेंबरशिप पर आधारित है.
साइट के मुताबिक उसके भारत में 10 लाख से ज्यादा सदस्य हैं. इसमें अधिकतर छोटे कारोबारी और किराना स्टोर (Mom & Pop Store) हैं. वॉलमार्ट का ग्लोबल सोर्सिंग सेंटर है, जो बेंगलुरु में स्थित है. इसके साथ ही वॉलमार्ट लैब्स भी यहां पर है.
अब फ्लिपकार्ट में 77 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के बाद वॉलमार्ट रिटेल स्टोर के साथ ही ई-कॉमर्स में भी उतरेगी. बता दें कि वॉलमार्ट ने भारतीय ई-रिटेल दिग्गज फ्लिपकार्ट को खरीद लिया है. इस डील को दोनों कंपनियों ने 16 बिलियन डॉलर (1,07200 करोड़ रुपये) पर तय किया है. फ्लिपकार्ट के उप-संस्थापक सचिन बंसल ने कंपनी में अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है.
एलान के मुताबिक वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट की 77 फीसदी हिस्सेदारी ली है. भारत के ई-कॉमर्स के इतिहास में यह अबतक की सबसे बड़ी डील है. इस डील को करने के बाद वॉलमार्ट भारत में काम करने वाली सबसे बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी बन जाएगी.
वॉलमार्ट और फ्लिपकार्ट में करार के बाद भारत में वॉलमार्ट का कारोबार लगभग 10 बिलियन डॉलर का हो जाएगा. गौरतलब है कि वॉलमार्ट ग्लोबल के सीईओ डग मैकमिलन मंगलवार को इस डील के लिए भारत पहुंच गए थे और बुधवार को डील का आधिकारिक एलान कर दिया गया है.