सरकार कहती है कि आपके खान-पान की आदत बदल गई है. बुधवार को लोकसभा में प्रस्तुत पिछले वर्ष की आर्थिक समीक्षा में वित्त मंत्री ने कहा कि भोजन संबंधी आदतों में बदलाव आने तथा आपूर्ति संबंधी बाधाओं के कारण पिछले साल महंगाई बनी रही.
वित्त मंत्री ने कहा कि मांस, मछली, अंडे और सब्जियों में मुद्रास्फीति बनी रही. उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों के दौरान कुल खपत में खाद्य पदार्थों के उपयोग में कमी आई है और यह 1950 के दशक के दौरान 51.39 औसतन प्रतिशत से घटकर 2007-2012 के दौरान औसतन 27.82 प्रतिशत रह गई. इस दौरान प्रति व्यक्ति खाद्य खपत में मामूली सी वार्षिक वृद्धि हुई है.